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    कानपुर के फिल्ममेकर ने की आत्महत्या; सखी केंद्र की संस्थापक बोलीं- बहू और एक महिला ने किया मजबूर



    कानपुर उत्तर प्रदेश 
    इनपुट: समाचार डेस्क 

    कानपुर:----शहर समेत आसपास के कई अन्य शहरों में हजारों महिलाओं के हक की सालों से फ्री में लड़ाई लड़ने वाली सखी केंद्र की संस्थापक नीलम चतुर्वेदी की आंखों से आंसुओं का बहना 28 फरवरी की दोपहर डेढ़ बजे से जारी है. खुद को बहुत अधिक मजबूत कर और रुंधते गले के साथ वह कहती हैं, मैंने कभी नहीं सोचा था, मेरा बेटा आत्महत्या कर लेगा. 28 फरवरी को ही उनके बेटे निशांत ने मुंबई में मौत चुन ली थी.
    मुंबई से वापस आने के बाद नीलम चतुर्वेदी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बेटा फिल्ममेकर था. वह अक्सर ही मुंबई आता-जाता रहता था. पिछले आठ माह से उसके तलाक का मुकदमा चल रहा था. बेटे और बहू में बन नहीं रही थी. नीलम चतुर्वेदी ने आरोप लगाया कि बहू और बेहद करीबी एक महिला ने मिलकर ही बेटे को आत्मघाती कदम उठाने को मजबूर कर दिया.
    भगवान ने ये मेरे साथ क्या कर दिया: सखी केंद्र की संस्थापक नीलम चतुर्वेदी कहती हैं कि सालों से मैंने बहुत सी जरूरतमंद महिलाओं के आंसू पोछें. उनकी हरसंभव मदद की. लेकिन भगवान ने ये मेरे साथ क्या कर दिया, मेरा बेटा ही मुझसे छीन लिया. नीलम चतुर्वेदी ने बताया कि मुंबई पुलिस को बेटे के पास से जो सुसाइड नोट मिले, उसके आधार पर जांच करते हुए पुलिस ने फिलहाल बहू अपूर्व के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. नीलम चतुर्वेदी ने कहा, भोपाल निवासी प्रार्थना मिश्रा भी सालों पहले केंद्र में मुझसे मदद मांगने आई थीं. उन्होंने मुझे दीदी कहते हुए अपने विश्वास में रखा. लेकिन दूसरी ओर बेटे को लगातार प्रताड़ित किया और मेरे साथ विश्वासघात कर दिया. नीलम चतुर्वेदी से शहर के कई सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी है.

    फिल्ममेकर को श्रद्धांजिल देने उमड़ा कानपुर: नीलम चतुर्वेदी के बेटे फिल्ममेकर निशांत त्रिपाठी की मौत के बाद शनिवार को नानाराव पार्क में कई वर्गों के लोग एकजुट होकर निशांत को श्रद्धांजलि अर्पित की. महिलाएं अपने हाथों में तख्तियां लेकर नानाराव पार्क पहुंची थी, जिन पर लिखा था कि हत्यारों को फांसी दो. सखी केंद्र की संस्थापक नीलम चतुर्वेदी ने कहा, मैंने तो सोचा था, मेरा बेटा मेरी अस्थियों को एक दिन विसर्जित करेगा. लेकिन हमें ये दिन देखना पड़ रहा है. एक मां होकर मैं अपने बेटे की अस्थियों को विसर्जित करूंगी. यह बात कहते हुए नीलम चतुर्वेदी रो पड़ती हैं. उन्होंने कहा कि कई अधिवक्ताओं ने अपनी ओर से मेरे बेटे की मौत में पूरा साथ निभाने का वादा किया है. अधिवक्ताओं का कहना है, वह आरोपी बहू व उसकी सहयोगी महिला को सजा दिलाकर रहेंगे. कानपुर में जिस-जिसने इस मामले की जानकारी की, वह अपनी ओर से नानाराव पार्क पहुंचा और फिल्ममेकर निशांत के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल हुआ. कई राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों ने भी सखी केंद्र की संस्थापक नीलम चतुर्वेदी को सांत्वना दी. बेटी प्राची त्रिपाठी ने भी रुंधते गले से मां को संभाला।

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