उत्तर प्रदेश अयोध्या
इनपुट: सुरेश कुमार राजाराम
अयोध्या:---उत्तर प्रदेश महाकुंभ के दौरान अयोध्या के राम मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने के कारण एसआईएस सिक्योरिटी एजेंसी के प्राइवेट सुरक्षा गार्डों की संख्या बढ़ाने की मांग की गई थी। एजेंसी की ओर से अतिरिक्त सुरक्षा गार्डों की तैनाती की गयी। महाकुंभ की समाप्ति के बाद श्रद्धालुओं की भीड़ खासी कम हो गयी। भीड़ घटने से मंदिर की आय भी प्रभावित हुई है। इसके कारण आकस्मिक कारणों से बढ़ाए गये कर्मचारियों को घटाने की कार्यवाही शुरू हो गई और सिक्योरटी एजेंसी एसआईएस ने महिला/पुरुष दोनों की छंटनी शुरू कर दी है। इससे कर्मचारियों में बेचैनी है।हालांकि यहां कार्यरत कर्मचारियों को लेकर कई शिकायतें भी सामने आ रही थी। इनमें नि:शुल्क दर्शन व आरती पास के लिए अवैध वसूली के अलावा कदाचार की घटनाएं भी शामिल थीं जिससे बदनामी भी हो रही थी। इन्हीं कारणों से तीर्थ क्षेत्र की ओर से कर्मचारियों की संख्या नियंत्रित करने का निर्देश अनुबंधित एजेंसियों को दिया गया है। इस मामले में कोई भी पदाधिकारी कुछ भी कहने व सुनने को तैयार नहीं है। जिम्मेदारों का कहना है यह विषय उनका नहीं है। अनुबंधित एजेंसियों के साथ शर्तों के आधार पर अनुबंध है।एसआईएस के सुरक्षा गार्ड श्रीराम मंदिर से लेकर पूरे परिसर के अलावा विश्व हिन्दू परिषद के कार्यरत अन्य संस्थानों की सुरक्षा में तैनात किए गये थे। इनमें से श्रीरामजन्मभूमि परिसर में कार्यरत कर्मचारियों को आवागमन के लिए पास जारी किया गया था। जिन कर्मचारियों की छंटनी की गई है, उनके पास जमा करा लिए गये है। इसके कारण कर्मचारियों का सामान्य प्रवेश प्रतिबंधित हो गया है। इससे व्यवस्था में थोड़ा प्रभाव जरूर पड़ा है। जानकारी के अनुसार एसआईएस की ओर से राम मंदिर व परिसर के अलावा अन्य संस्थानों के लिए करीब 450 महिला/पुरुष कर्मचारियों को तैनात किया गया था। इनमें से करीब 250 कर्मचारियों की छंटनी कर दी गयी है।