उत्तर प्रदेश बलिया
इनपुट:धीरज यादव
दुबहर, बलिया :--क्षेत्र के उग्रसेनपुर, (ओझा कछुआ) गांव स्थित श्री रामलला हनुमान मंदिर में स्थापित मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दौरान अपने प्रवचन में कथा व्यास राजेश कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने कहा कि मानव का जीवन सत्कर्म एवं भगवान की उपासना करने के लिए होता है। लेकिन कलिपुत्र के प्रभाव के कारण मनुष्य भगवान की उपासना न करके वासना में लिप्त होते जा रहा है, जिसके कारण मनुष्य बार- बार मरते हैं और जन्म लेते हैं। इस मायारूपी जीवन से मोह त्याग कर ईश्वर के प्रति पूर्ण समर्पण ही जीवन का मुख्य उद्देश्य होना चाहिए। कहा कि सत्संग से मोह का नाश होता है। इसी से ही समाज का कल्याण संभव है।
इस अवसर पर यजमान भुनेश्वर मिश्र, लाल मुन्नी देवी, विजय शंकर मिश्र, अछयबर मिश्रा, पशुपति मिश्रा, सीताराम मिश्रा, शिव कुमार साहू, पूर्व प्रधान दीनदयाल मिश्रा, जीत लाल वर्मा, मुन्ना मिश्रा, बूचन साहू, पियूष मिश्रा, प्रेमशंकर ओझा, आशीष मिश्र, शोभा, प्रीति, अभिषेक ओझा, आदि लोग मौजूद रहे।