उत्तर प्रदेश लखनऊ
इनपुट: रमाशंकर गुप्ता
लखनऊ:---एक साथ उठीं 5 अर्थियां, चीख उठी नवाबों की नगरी,खाटू श्याम जा रहे इंजीनियर का पूरा परिवार हादसे में हुई मौत।
जितनी हृदय विदारक दुर्घटना थी, उससे भी अधिक असहनीय था एक साथ पांच अर्थियों का उठना।
इनमें वृद्ध माता-पिता के शव थे, तो युवा पुत्र- बहू और नन्ही बच्ची के भी। यह देख मुसाहिबगंज अपने आंसू नहीं रोक पा रहा था। केवल मुसाहिबगंज नहीं, आसपास के क्षेत्रों में जिसने भी सुना सत्यप्रकाश के घर दौड़ पड़ा। बड़ी बहू और बड़े पुत्र को सबने ढांढस बंधाया। साथ ही नियति की क्रूरता से उबरने की हिम्मत दी।आपको बता दे कि खाटू श्याम जाते वक्त रविवार सुबह मुसाहिबगंज निवासी सत्यप्रकाश, उनकी पत्नी रामदेवी, बेटे अभिषेक, बहू प्रियांशी और सात महीने की बच्ची श्री की मौत हो गई थी। सभी के शव सोमवार तड़के घर पहुंचे। आठ बजने तक गली में पैर रखने की जगह तक नहीं थी।