Type Here to Get Search Results !

custum trend menu

Stories

    UP में दुग्ध समितियों की संख्या में होगी वृद्धि, छह माह में 2500 नई समितियों के गठन का लक्ष्य



    उत्तर प्रदेश लखनऊ 
    इनपुट: रमाशंकर गुप्ता 

    लखनऊ:--- प्रदेश को दुग्ध उत्पादन में अग्रणी बनाए रखने और किसानों व पशुपालकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा दुग्ध समितियों की संख्या में वृद्धि की दिशा में ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। मंगलवार को विधानसभा स्थित कार्यालय में आयोजित बैठक में पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि नन्द बाबा दुग्ध मिशन के तहत आगामी छह माह में 2500 नई दुग्ध समितियों का गठन किया जाए।

    श्री सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का सर्वाधिक दुग्ध उत्पादन करने वाला राज्य है और इसे वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के लक्ष्य में दुग्ध विकास विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि दुग्ध प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना के लिए अवस्थापना सुविधाओं का विकास किया जाए और किसानों को उनके दुग्ध मूल्य का भुगतान समय से सुनिश्चित किया जाए।

    बैठक के दौरान मंत्री ने नन्दिनी कृषक समृद्धि योजना, मुख्यमंत्री स्वदेशी गो संवर्धन योजना, दुग्ध सहकारी समितियों के गठन तथा मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना की भी समीक्षा की। उन्होंने इन योजनाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार की आवश्यकता पर बल दिया ताकि अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सकें।

    श्री सिंह ने कहा कि पराग उत्पादों की मार्केटिंग को बढ़ावा दिया जाए तथा दुग्ध समितियों का भ्रमण एवं अनुश्रवण नियमित रूप से किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों और पशुपालकों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाएं और उन्हें पुरस्कृत भी किया जाए। दुग्ध उपभोक्ताओं और उत्पादकों को जागरूक करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम भी संचालित किए जाएं।

    बैठक में यह जानकारी दी गई कि वर्तमान में कुल 19,046 निबंधित दुग्ध समितियों में से 7857 समितियां कार्यरत हैं। जिला योजना अंतर्गत 220 नई समितियों का गठन तथा 450 समितियों का पुनर्गठन पूरा किया गया है। औसत दुग्ध उपार्जन प्रतिदिन 404.34 एलकेजीपीडी है, जो गत वर्ष की तुलना में 34 प्रतिशत अधिक है। औसत तरल दुग्ध विक्रय प्रतिदिन 1.91 एलएलपीडी रहा है।

    दुग्ध विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री के. रविन्द्र नायक ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों एवं मंत्री के मार्गदर्शन का अक्षरशः पालन किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों से समितियों की संख्या बढ़ाने के कार्य को गंभीरता से लेने को कहा।

    बैठक में पीसीडीएफ के प्रबंध निदेशक श्री वैभव श्रीवास्तव, विशेष सचिव दुग्ध विकास श्री राम सहाय यादव, समन्वय डॉ. मनोज तिवारी सहित विभागीय वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

    Bottom Post Ad

    Trending News