नई दिल्ली
इनपुट:सोशल मीडिया
नई दिल्ली:---एलन मस्क की कंपनी स्टार लिंक को भारत सरकार से मिला लाइसेंस अब गांव-गांव में चलेगा सुपरफास्ट इंटरनेट इस मंज़ूरी के बाद अब स्टार लिंक भारत में अपने सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस की शुरुआत करने के पहुंच गया है और करीब स्टार लिंक तीसरी कंपनी है जिसे मिली है यह अनुमति.....इससे पहले यूटेलसैट वनवेब और रिलायंस जियो को दी गई थी मंजूरी।
संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने घोषणा की कि स्टारलिंक को तीसरे सैटेलाइट इंटरनेट प्रोवाइडर के रूप में दिया गया है लाइसेंस.लाइसेंस के बाद स्पेक्ट्रम का होगा आवंटन जिससे सैटेलाइट टेलीकॉम सेवाएं तेजी से होगी शुरू।यह सेवा खासकर उन क्षेत्रों में इंटरनेट पहुंचाएगी जहां पारंपरिक नेटवर्क स्थापित करना मुश्किल है।
रायटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत सरकार से मंजूरी के बाद अब स्टारलिंक भारत में अपने सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस की शुरुआत करने के पहुंच गया है और करीब अब स्टारलिंक भारत की तीसरी ऐसी कंपनी बन गई है जिसे सैटेलाइट इंटरनेट सेवा देने की मिली है अनुमति।
मोदी सरकार के संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यह जानकारी दी कि अब स्टारलिंक को भारत में सेवा शुरू करने की दे दी गई है अनुमति उन्होंने बताया कि इससे पहले भारती एयरटेल की वन वेब और रिलायंस की जिओ को भी सरकार की तरफ से लाइसेंस किया गया था जारी। अब स्टारलिंक को भी ये लाइसेंस मिलने से भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सेवाएं लेंगी एक नया रूप।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यह भी साफ किया कि लाइसेंस मिलने के बाद अगला कदम स्पेक्ट्रम अलॉटमेंट का होगा यानी सरकार अब कंपनियों को आवश्यक रेडियो फ्रिक्वेंसी यानी स्पेक्ट्रम देगी, जिससे वे सेवा कर सकें शुरू।इसके बाद भारत में सैटेलाइट टेलीकॉम सेवाएं बहुत तेज़ी से होगी शुरू और उम्मीद है कि काफी बड़ी संख्या में लोग उठाएंगे इसका फायदा।
सिंधिया ने कहा कि स्टारलिंक की सैटेलाइट कनेक्टिविटी देश की टेलीकॉम सेवाओं में एक महत्वपूर्ण जोड़ है। पहले सिर्फ फिक्स्ड लाइन कनेक्शन होते थे, फिर मोबाइल नेटवर्क आया, फिर ब्रॉडबैंड और अब ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क भी आ गया है।इन सबके साथ-साथ अब सैटेलाइट कनेक्टिविटी भी हो गई है बेहद जरूरी।
सिंधिया ने यह भी कहा कि देश के उन इलाकों में जहां परंपरागत टावर या केबल लगाना मुश्किल होता है, वहां तक इंटरनेट पहुंचाना अब सैटेलाइट तकनीक से होगा संभव इससे दूर-दराज और पहाड़ी क्षेत्रों में भी अच्छी इंटरनेट सेवा मिल सकेगी और डिजिटल इंडिया की दिशा में बढ़ेगा एक मजबूत कदम।