उत्तर प्रदेश वाराणसी
इनपुट:सोशल मीडिया
वाराणसी:---BHU की सेंट्रल लाइब्रेरी बनी देश की सबसे स्मार्ट लाइब्रेरी: अब किताबों की खोज और इशू मात्र एक क्लिक पर, शुरू हुई ‘एक कार्ड-एक विश्वविद्यालय’ योजना
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) ने अपनी सेंट्रल लाइब्रेरी को पूरी तरह स्मार्ट तकनीकों से सुसज्जित कर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यह परिवर्तन न केवल छात्रों की सुविधा को बढ़ाएगा, बल्कि लाइब्रेरी के संचालन में भी एक नया अध्याय जोड़ेगा।
अब किताबें खोजें और इशू करें — खुद से, एक क्लिक पर!
अब BHU के छात्र-छात्राएं 16 लाख से अधिक प्रिंट दस्तावेज और जर्नल्स को डिजिटल सर्च सिस्टम से सिर्फ एक क्लिक पर खोज सकते हैं और स्वयं ही उन्हें इशू कर सकते हैं — लाइब्रेरी स्टाफ के बिना भी।
डिजिटल सिग्नेचर एंट्री और बुक ड्रॉप बॉक्स सिस्टम
अब लाइब्रेरी में प्रवेश डिजिटल सिग्नेचर के माध्यम से होगा
किताब लौटाने के लिए बुक ड्रॉप बॉक्स की सुविधा
जैसे ही पुस्तक ड्रॉप होती है, वह स्वतः सिस्टम में अपडेट होकर उपलब्ध हो जाती है
हर पुस्तक पर RFID टैग
अब हर किताब पर लगा है RFID टैग
यह बताएगा कि किताब कहां है, कितनी प्रतियां इशू हैं और कितनी उपलब्ध हैं
सेक्शन और शेल्फ ट्रैकिंग अब बेहद आसान
‘एक कार्ड, एक विश्वविद्यालय’ योजना की शुरुआत
BHU ने छात्रों को एक RFID-सक्षम स्मार्ट कार्ड दिया है, जिससे वो न सिर्फ लाइब्रेरी बल्कि विश्वविद्यालय की अन्य स्मार्ट सुविधाओं का भी उपयोग कर सकेंगे।
डिजिटल + भौतिक कंटेंट का विशाल भंडार
लाइब्रेरियन प्रो. डी.के. सिंह के अनुसार:
16 लाख प्रिंट दस्तावेज
10,000+ ऑनलाइन फुल टेक्स्ट जर्नल्स
1 लाख ई-बुक्स और उनकी हार्ड कॉपियाँ
दुर्लभ पांडुलिपियों के लिए स्पेशल सेक्शन भी बनाया गया है
भविष्य में हॉस्टलों और महिला कॉलेजों में भी योजना का विस्तार
छात्र अधिष्ठाता प्रो. ए.के. नेमा ने जानकारी दी कि BHU भविष्य में इस सुविधा को बड़े हॉस्टलों और महिला महाविद्यालयों तक भी विस्तार देगा, जिससे तकनीक सभी तक पहुँचे।
BHU की यह पहल देश की दूसरी यूनिवर्सिटियों के लिए एक मॉडल साबित हो सकती है, जहाँ शिक्षा और तकनीक का अद्भुत मेल हो रहा है।