उत्तर प्रदेश बलिया
इनपुट: अमीत कुमार गुप्ता
बलिया उत्तरप्रदेश:--कमल के फूल देखने में काफी सुंदर होते हैं, जिनको देखकर सारा स्ट्रेस दूर हो जाता हैं। आमतौर पर कमल के पौधे के बारे में ज्यादातर लोगों को लगता हैं कि यह केवल तालाब या झील में ही उगता हैं लेकिन अब घर पर भी कमल का पौधा बहुत आसानी से उगाया जा सकता हैं। कमल के पौधे को बीज और कंद (Tuber) दोनों तरीकों से उगाया जाता हैं लेकिन इस पोस्ट में आप, कमल के पौधे को बीज से उगाने के बारे में जानेंगे।
✅️ कमल का पौधा उगाने का सही समय :--
घर में कमल के बीजों को लगाने का सबसे अच्छा समय मार्च-अप्रैल का महीना होता हैं लेकिन कमल को मार्च से लेकर जून तक कभी भी उगा सकते हैं।
✅️ कमल का बीज कहां से खरीदे :--
कमल के बीजों को किसी नर्सरी या ऑनलाइन ई कॉमर्स वेबसाइट से खरीद सकते हैं या फिर जनरल किराना स्टोर पर भी कमल के बीज, कमलगट्टे के नाम से मिल जाते हैं। कमल के बीजों को पानी में डालकर उसकी क्वॉलिटी चेक कर सकते हैं। जो बीज तली में नीचे बैठ जाते हैं वे उगाने के लायक हैं और जो बीज पानी के ऊपर तैरते हैं, वे अंकुरित नहीं होंगे, उन्हें अलग कर दें।
✅️ कमल को किस साइज के गमले में उगाए :--
कमल के पौधे को 18×18 और 24×18 इंच (चौड़ाई X ऊंचाई) साइज के गमले या टब में बहुत आसानी से उगाया जा सकता हैं। अगर आपके घर में प्लास्टिक टब या बाल्टी पड़ी हैं, तो आप उसमें भी मिट्टी और पानी भर के कमल उगा सकते हैं। ध्यान रहे टब या गमला कहीं से फूटा (Hole) न हो, नहीं तो सारा पानी बाहर निकल जायेगा।
✅️ बीजों को नीचे से घिसें :--
कमल के बीजों का आवरण बहुत कठोर होता हैं। इस वजह से उसके अंदर पानी नहीं जा पाता हैं। ऐसे में बीज के नीचे की तरफ जो छेद वाला हिस्सा (Hole) होता हैं, उसे थोडा सा घिसना पड़ता हैं। बीजों को खुरदुरी दीवार या सैंड पेपर पर तब तक घिसें, जब तक कि बीज के अदंर का सफेद भाग दिखाने लगे। ऐसा करने से बीज के अंदर पानी जाने लगता हैं और बीज जल्दी अंकुरित होते हैं।
✅️ पानी से भरे गिलास में बीजों को डाल दें :--
कांच का एक गिलास या कंटेनर लें और उसमें पानी भरें। अब पानी में कमल के बीजों को डाल दें। गिलास को घर के अदंर उजाले वाली जगह जैसे खिड़की के पास रख दें। हर 2-3 दिनों में पानी बदलते रहें। लगभग 10-15 दिनों के भीतर कमल के बीज अंकुरित हो जाते हैं। 20 दिनों में कमल की सीडलिंग 4 से 6 इंच लम्बी हो जाती हैं और उसमें पत्तियां भी आ जाती हैं।
✅️ कमल का पौधा लगाने के लिए मिट्टी तैयार करें :--
कमल की सीडलिंग को ट्रांसप्लांट करने के लिए उपजाऊ मिट्टी तैयार करना होता हैं। इसके लिए चिकनी मिट्टी बेहतर मानी जाती हैं, जिसे आप नजदीकी तालाब से ला सकते हैं। तालाब की मिट्टी न मिले तो खेत या बगीचे की मिट्टी भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
सबसे पहले टब की तली में रेत की 1 इंच मोटी परत बिछाएं।
फिर रेत के ऊपर वर्मीकम्पोस्ट खाद की 2 इंच मोटी परत (Layer) बिछाएं। उसके ऊपर मिट्टी की 4 इंच मोटी परत बिछाएं। फिर टब के अंदर पानी भर दें और उसे एक हफ्ते तक भरा रहने दें।
1 सप्ताह बाद मिट्टी, कीचड़ (Mud) की तरह हो जाती हैं। यह कमल की सीडलिंग को ट्रांसप्लांट करने के लिए बेस्ट मिट्टी हैं।
✅️ कमल की सीडलिंग को गमले में लगाएं :--
जब कमल की सीडलिंग लगभग 15cm लम्बी हो जाये और उसमें पत्तियां आ जाएँ, तब उसे टब या गमले में तैयार की गयी मिट्टी में लगा सकते हैं। सीडलिंग के केवल बीज और जड़ वाले भाग को मिट्टी में लगाएं, बाकि तने (Shoots) वाले भाग को मिट्टी के ऊपर ही रहने दें। अब गमले में ऊपर तक पानी भर दें, जिससे पत्ती और तना डूब जाना चाहिए। महीने भर में ही सीडलिंग में लगी पत्तियां बड़ी हो जाती हैं।
✅️ कमल के पौधे की देखभाल :--
घर पर गमले में कमल का पौधा उगाते समय, पौधे को अच्छी धूप वाली जगह पर रखें। इसके अलावा पानी कम होने पर, पानी डालते रहें और समय-समय पर पानी बदले रहें।
✅️ कमल के पौधे में कौन सी खाद डालें :--
गर्मी का सीजन कमल के पौधे का ग्रोइंग सीजन होता हैं। इस समय आप कमल के पौधे में खाद या उर्वरक डाल सकते हैं। जब कमल के पौधे में पत्तियां बड़ी हो जाएँ, तब महीने में एक बार वर्मीकम्पोस्ट या बोनमील खाद दे सकते हैं। इसके अलावा आधा चम्मच NPK 19:19:19 या DAP के 5-7 दाने को किसी कपड़े में बांधकर मिट्टी में दबा दीजिए, इनका इस्तेमाल हर 2 महीने पर ही करें।
✅️ कमल का फूल कब खिलता हैं :--
बीज से कमल का पौधा उगाने पर उसमें 4-5 महीने में फूल खिलना शुरू हो जाते हैं। जबकि कंद (Tuber/Roots) से कमल उगाने पर 2 से 2.5 महीने में ही फूल खिलने लगते हैं। कमल के पौधे में फूल खिलने का समय मई-जून से लेकर सितंबर-नवम्बर तक होता हैं।
✅️ कमल के पौधे में कीट और रोग का नियंत्रण :--
एफिड्स और केटरपिलर कीट, कमल की पत्तियों की तरफ आकर्षित हो सकते हैं। पाउडर फॉर्म में आने वाले किसी आर्गेनिक कीटनाशक (Pesticide) को डायरेक्ट पत्तियों पर छिड़का जा सकता हैं। इससे कमल के पौधे की पत्तियां इन कीटों से सुरक्षित रहती हैं। तरल कीटनाशक में पाया जाने वाला तेल कमल के पौधे को नुकसान पहुंचा सकता हैं, इसीलिए तरल कीटनाशकों का प्रयोग न करें।