उत्तर प्रदेश लखनऊ
इनपुट: रमाशंकर गुप्ता
लखनऊ:---राज्य के कई जिलों में हालात बेहद संवेदनशील बने हुए हैं, लेकिन सबसे ज्यादा खराब स्थिति मुर्शिदाबाद जिले की है. यहां हिंसक भीड़ ने एक पिता-पुत्र की निर्मम हत्या कर दी.
सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो सामने आए हैं, जिनमें उग्र भीड़ झंडे लहराते हुए, दुकानों को लूटती और आगजनी करती दिखाई दे रही है.
बांग्लादेश से लगातार हो रही अवैध घुसपैठ ने पश्चिम बंगाल की demographic तस्वीर पहले ही काफी हद तक बदल दी है. बांग्लादेश में शेख हसीना की सत्ता जाने के बाद वहां इस्लामिक कट्टरपंथी संगठनों और ISI के नेटवर्क तेजी से अपना पैर पसार रहा है. इसका सीधे असर भारत के सीमावर्ती इलाकों, खासकर पश्चिम बंगाल में देखने को मिल रहा है.
ऐसे में बंगाल में फैली यह हिंसा केवल कानून-व्यवस्था का मुद्दा नहीं रह जाता, यह एक गहरी और सुनियोजित साजिश का हिस्सा भी हो सकता है.
ममता बनर्जी सरकार का रवैया हमेशा ऐसे उग्र तत्वों के प्रति नरम रहा है. वोट बैंक की राजनीति के कारण समय रहते कार्रवाई नहीं की गई, जिससे हालात और भी बिगड़ते चले गए.
कोलकाता हाईकोर्ट ने हालात को गंभीर मानते हुए अति संवेदनशील इलाकों में अर्धसैनिक बलों की तैनाती का आदेश दिया है.
बंगाल में उपज रहे हालात को राष्ट्रीय सुरक्षा के नजरिए से देखा जाना चाहिए.