उत्तर प्रदेश बलिया
इनपुट: धीरज यादव
दुबहर, बलिया :--पावर हाउस दुबहर की बदहाल स्थिति एवं अधिकारियों के उपेक्षात्मक रवैया से परेशान क्षेत्र के अनेक गांवों के ग्राम प्रधान एवं क्षेत्र के वर्तमान एवं पूर्व जनप्रतिनिधियों ने बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता के कार्यालय में जाकर 10 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में दुबहर क्षेत्र इलाके के सैकड़ों लोगों ने अधिशासी अभियंता के सहरसपाली स्थित कार्यालय पर उनसे मुलाकात कर कहा कि विगत एक महीने से बिजली विभाग द्वारा दुबहर क्षेत्र में कोई और अवर अभियंता एवं एसडीओ की तैनाती नहीं की गई है। जिसे तत्काल तैनात किया जाए। साथ ही इलाके के लोगों को यह जानकारी नहीं है कि पावर हाउस पर संविदा पर कितने कर्मचारी तैनात हैं और किस-किस लाइनमैन की नियुक्ति हुई है। ऐसी स्थिति में इलाके के लोग विद्युत दुर्व्यवस्था पर अपनी शिकायत लेकर कहां जाएं और किस लाइनमैन को पकड़े, साथ ही ज्ञापन में विद्युत पावर हाउस से संबंधित कई समस्याओं का विधिवत जिक्र कर उसके समाधान के उपाय भी क्षेत्र के लोगों ने अधिशासी अभियंता को बताते हुए कहा कि सभी कार्य बरसात के पहले अगर पूरा कर लिया जाता है तो क्षेत्र के लोगों को निर्बाध गति से बिजली मिलती रहेगी। नहीं तो हल्की-फुल्की आंधी बारिश में भी दो से तीन दिन तक बिजली सप्लाई बंद रहती है, जिससे लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस पर अधिशासी अभियंता मूलचंद शर्मा ने कहा कि इन सभी समस्याओं से मैं अपने उच्च अधिकारियों को अवगत करा दूंगा। इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि पिंटू जावेद, पूर्व जिला पंचायत सदस्य चंद्रप्रकाश पाठक, सनी सिंह, कमलेश पांडेय, प्रधान धर्मेंद्र यादव, प्रधान विनोद पासवान, गोगा पाठक, गोविंद पाठक, नितेश पाठक, प्रधान प्रतिनिधि भुवनेश्वर पासवान, राजन सिंह, पूर्व प्रधान लुड्डू पांडेय, मिथिलेश सिंह, पवन गुप्ता, धर्मेंद्र पांडेय, विक्की सिंह, विनोद पाठक, हिमांशु गिरी, अख्तर अली, वसीम सहित अनेकों लोग उपस्थित रहे।
बिजली के अभाव में दुबहर के चार नलकूप बंद, किसान परेशान
दुबहर:-- पावर हाउस दुबहर से संचालित राजकीय नलकूपों के जर्जर तार खंभों के टूट जाने के कारण किसानों के धान की नर्सरी लगाने में काफी परेशानी हो रही है। इस संबंध में क्षेत्र के अनेक किसान भी मंगलवार के दिन अधिशासी अभियंता को संबंधित नलकूपों के ऑपरेटर के साथ एक ज्ञापन देकर अवगत कराया कि दुबहर फीडर से चार नलकूप संचालित हैं जो वर्तमान में जर्जर तार खंभों के चलते चारों बंद पड़े हैं। उन्होंने मांग किया कि इन जर्जर तार खंभों को बदलवाकर तत्काल नलकूपों को चालू किया जाए ताकि किसानों को धान की नर्सरी लगाने में कोई परेशानी ना हो ।