मध्यप्रदेश भोपाल
इनपुट:सोशल मीडिया
भोपाल:--- मध्य प्रदेश में सवा महीने चले तबादलों के बाद अब इसको लेकर गड़बड़ियां सामने आ रही है. प्रदेश में शिक्षकों के हुए तबादलों के बीच एक ऐसे शिक्षक का तबादला करने का भी मामला सामने आया है, जिसका निधन ही 4 माह पहले हो चुका है. उधर वाणिज्यिक कर विभाग में एक ही स्थान पर दो-दो अफसरों के तबादले कर दिए गए. इससे एक ही पोस्ट पर पुराने और नए अफसर पदस्थ हो गए हैं. पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव ने ट्वीट कर इसका लेकर प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं.
मृतक का कर दिया तबादला
प्रदेश में शिक्षकों के भी जमकर तबादले हुए हैं. इन तबादलों में एक ऐसे शिक्षक का भी तबादला कर दिया गया, जिसकी मृत्यु हुए ही 4 माह से ज्यादा समय हो चुका है. पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव ने तबादला आदेश जारी कर इसको लेकर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने लिखा है कि "खरगोन जिले में 4 माह पहले शिक्षक पूनम सिंह रावत की मृत्यु हो चुकी है, इसके बाद भी उनका तबादल भगवानपुरा से झिरन्या ब्लॉक के प्राथमिक स्कूल में कर दिया गया. डबल स्पीड से चला ट्रांसफर उद्योग"....
इसके पहले श्योपुर जिले के भू-अभिलेख में पदस्थ पटवारी का तबादला किया गया था. जबकि पटवारी हेमंत मित्तल श्योपुर जिले में बाढ़ राहत राशि में हुई गड़बड़ी के मामले में जेल में बंद हैं. इसके बाद भी उसका विजयपुर तहसील से बड़ौदा तहसील में ट्रांसफर कर दिया गया था.
पुराने साहब गए नहीं, नए पहुंच गए
उधर तबादलों में इस तरह की गफलत वाणिज्यिक कर विभाग में भी हुई है. वाणिज्यिक कर विभाग में हुए डिप्टी कमिश्नरों के तबादले कर दिए गए, लेकिन पूर्व से पदस्थ अधिकारियों को दूसरे स्थान पर भेजा ही नहीं गया. भोपाल ऑडिट विंग में पदस्थ डिप्टी कमिश्नर नरेन्द्र सिंह चौहान को मंडीदीप वृत्त तबादला किया गया, लेकिन यहां पदस्थ प्रीति प्रभुलता पन्ना पहले से ही यहां पदस्थ हैं, जिनका तबादला ही नहीं किया गया.
ऐसी ही स्थिति सागर के संभागीय उपायुक्त कार्यालय, भोपाल, ग्वायिलर संभाग में भी मामले सामने आए हैं. हालांकि इसको लेकर वाणिज्यिककर विभाग के सचिव धनराजू एस से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका.