Type Here to Get Search Results !

custum trend menu

Stories

    यूपी में पंचायत चुनाव में मुख्यमंत्री तक की निगाह



    उत्तर प्रदेश लखनऊ 
    इनपुट: रमाशंकर गुप्ता 

    लखनऊ:---यूं तो पंचायत चुनाव में करीब नौ महीने का समय है। लेकिन सभी दल चुनावी तैयारी में जुट गए हैं। भाजपा के सामने 2021 का रिकॉर्ड बरकरार रखने की चुनौती है। वहीं, सपा PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) का जोर फिर आजमाएंगी। सपा ने PDA के दम पर विधानसभा चुनाव से पहले यूपी के गांव-देहात में साइकिल दौड़ाने की योजना बनाई है। एनडीए के घटक दल भी अपने दम पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर तैयारी में जुट गए हैं। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि पंचायत चुनाव के करीब 10 महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। पंचायत चुनाव में ग्राम प्रधान से लेकर बीडीसी और जिला पंचायत सदस्य में जिस दल के ज्यादा उम्मीदवार जीतकर आएंगे, उस दल के लिए अच्छा संकेत होगा। वहीं, जो दल कमजोर साबित होगा, उसे विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अपनी रणनीति मजबूत करनी होगी। यही वजह है कि पंचायत चुनाव पार्टी की नई लीडरशिप तैयार करने का सबसे अच्छा जरिया है। पार्टियां क्षेत्र पंचायत सदस्य, जिला पंचायत सदस्य, ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर ऐसे युवाओं और महिलाओं को मौका देंगी, जो आगे चलकर विधायक और सांसद उम्मीदवार बन सकें।

    विधायकों और सांसदों की भी परीक्षा

    पंचायत चुनाव के लिए विधायक और सांसदों ने भी अपने-अपने स्तर पर तैयारी शुरू की है। विधायक और सांसद चाहते हैं कि उनके अधिक से अधिक समर्थक बीडीसी और जिला पंचायत सदस्य चुनाव जीतकर आएं। साथ ही ऐसा कोई प्रतिद्वंद्वी ब्लॉक प्रमुख या जिला पंचायत अध्यक्ष न बन पाए, जो भविष्य में मुश्किल खड़ी करे। सूत्रों के मुताबिक जिन सदस्यों ने 2022 विधानसभा चुनाव और 2024 लोकसभा चुनाव में पार्टी उम्मीदवार की खिलाफत की थी। विधायक और सांसद अब उन सदस्यों को भी चुनाव मैदान से हटाने का प्रयास करेंगे। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि पंचायत चुनाव खासतौर पर विधायकों की परीक्षा होगी। जिस विधायक के क्षेत्र में उनकी पार्टी को जीत मिलेगी, 2027 में उनके टिकट में खास दिक्कत नहीं होगी। लेकिन जहां हार मिलेगी वहां विधायक के टिकट पर भी तलवार लटकी रहेगी। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पंचायत चुनाव समाप्त होते ही भाजपा, सपा, रालोद, अपना दल (एस), सुभासपा, निषाद पार्टी सहित तमाम छोटे दल विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाएंगे। पंचायत चुनाव में जिस दल की जीत होगी, वह पार्टी जीत के माहौल को विधानसभा चुनाव 2027 तक बरकरार रखने का प्रयास करेगी।

    जानिए किसकी-कितनी तैयारी?

    भाजपा : कमेटी बनाकर रखेगी परिसीमन पर नजर

    भाजपा ने पंचायत चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। पंचायत चुनाव की मतदाता सूची और वार्ड परिसीमन के लिए मंडल और जिला स्तर पर समिति गठित की जा रही है। वहीं प्रदेश पर समिति गठित की जा रही है। वहीं प्रदेश स्तर पर भी जल्द ही एक प्रभारी और सह प्रभारी नियुक्त कर कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जाएगा।

    Bottom Post Ad

    Trending News