Type Here to Get Search Results !

custum trend menu

Stories

    गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी : नाव पर डीजे या तेज म्यूजिक बजाया तो खैर नहीं नाविकों दिशा-निर्देश जारी

    उत्तर प्रदेश वाराणसी 
    इनपुट: हिमांशु शेखर 



    ‌वाराणसी :---गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी : नाव पर डीजे या तेज म्यूजिक बजाया तो खैर नहीं, जल पुलिस ने नाविकों को दिए कई निर्देश




     

    वाराणसी। आगामी गंगा दशहरा (5 जून) और निर्जला एकादशी (6 जून) पर्वों को सुव्यवस्थित, शांतिपूर्ण और सुरक्षित रूप से संपन्न कराने के लिए जल पुलिस कार्यालय में 4 जून 2025 को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। अपर नगर आयुक्त श्रीमती बविता यादव और सहायक पुलिस आयुक्त दशाश्वमेध श्री अतुल अंजान त्रिपाठी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में नाविकों और नौका संचालकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।


      गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी : नाव पर डीजे या तेज म्यूजिक बजाया तो खैर नहीं, जल पुलिस ने नाविकों को दिए कई निर्देश

    बैठक में मांझी समाज के अध्यक्ष श्री प्रमोद मांझी, जल पुलिस प्रभारी, प्रभारी निरीक्षक दशाश्वमेध श्री विजय कुमार शुक्ल, एनडीआरएफ, पीएसी फ्लड कंपनी और नाविकगण उपस्थित रहे। 


    श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नाविकों को निम्नलिखित निर्देश दिए गए:
     नाव चालक नशे का सेवन कर नाव संचालन नहीं करेंगे।
     किसी भी बोट पर डीजे या अत्यधिक तेज आवाज वाले उपकरण नहीं बजाए जाएंगे।
     जल पुलिस, पीएसी, एनडीआरएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा।
     गहरे पानी या तेज हवा में नाव संचालन नहीं किया जाएगा।
     नाव चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग वर्जित होगा।
     प्रत्येक बोट पर चालक और सहचालक के रूप में दो व्यक्ति मौजूद रहेंगे।
     बोट को नियंत्रित गति में ही चलाया जाएगा।


      गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी : नाव पर डीजे या तेज म्यूजिक बजाया तो खैर नहीं, जल पुलिस ने नाविकों को दिए कई निर्देश
     बोट चालक और सहचालक के पास सीटी होना अनिवार्य है।
     बोट के इंजन की सर्विस कराई जाए ताकि धुआं न निकले।
     नाव पर क्षमता से अधिक सवारी नहीं बैठाई जाएगी।
     नाबालिग बच्चों से नाव संचालन नहीं कराया जाएगा।
     सवारियों को बिना लाइफ जैकेट पहनाए नाव पर नहीं चढ़ाया जाएगा।
     नगर निगम द्वारा निर्धारित किराए से अधिक किराया नहीं वसूला जाएगा।
     सभी नाव चालक निर्धारित मार्ग पर ही नाव संचालित करेंगे।
     मछली पकड़ने वाली नावों पर सवारी नहीं बैठाई जाएगी।


    यह बैठक पर्वों के दौरान गंगा में नाव संचालन को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम है, जिससे श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुगम यात्रा अनुभव प्राप्त होगा।

    Bottom Post Ad

    Trending News