उत्तर प्रदेश अयोध्या
इनपुट:संतोष मिश्रा
तारुन अयोध्या :--यह मामला है माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के चहेते जिले अयोध्या के विकास खंड तारुन के भदार खुर्द में बने अस्थाई गौशाला की ,जहां पर गौशाला में रखे हुए अनबोलते पशुओं को भूख और प्यास से मरने को मजबूर किया जा रहा है।यही नहीं अभी ताजा मामला जिले के विकास खंड तारुन के भदार खुर्द गौशाला का है जहां भूख और प्यास के कारण मरे हुए गोवंश के शव को कुत्ते और कौए नोच नोच कर खा रहे हैं गौशाला में ड्यूटी करने को पांच कर्मचारी प्रधान ने नियुक्त किया है मगर एक भी कर्मचारी नजर नहीं आ रहे हैं।
जिससे देखने को मिल रहा है कि अस्थायी गौशाला पर कितना भारी अव्यस्था व्याप्त है।गौशाला के अंदर रहने वाली गौउवें किस तरह से भूख प्यास से मर रही हैँ। अधमरी और मरी हुई गायों को कौवे और कुत्ते नोंच नोंच कर अपना निवाला बना रहे हैं।शनिवार को दोपहर मीडिया के निरिक्षण के दौरान गौशाला पर कोई भी कर्मचारी तैनात नहीं मिला। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि वेद निषाद ने बताया कि वहां पर तैनात सभी कर्मचारी इस समय धान की रोपाई करने में व्यस्त हैं।शनिवार दोपहर करीब 12:00 बजे कुछ ग्रामीण की शिकायत पर जब मिडिया के लोगों ने गौशाला का निरीक्षण किया तो वहां पर कोई भी कर्मचारी तैनात नहीं मिला।बाड़ के किनारे से जब अंदर का दृश्य देखा गया तो अंदर का वीभत्स दृश्य देखकर हृदय कांप गया।गौशाला के अंदर कड़ी धूप में भी खड़ी गाऐं भूख और प्यास से हांफ रही थी। कई गाय बीमार और अधमरी अवस्था में पड़ी हुई थी तो कुछ गाय मृत भी पड़ी हुई थी जिनको कुत्ते और कौवे नोच नोच कर खा रहे थे।इस दृश्य को देखकर जब ग्राम प्रधान से फोन पर बात की गई तो उन्होंने इस बारे में बात करने से इनकार कर दिया।
परन्तु थोड़ी देर बाद पुनः फोन करके ग्राम प्रधान ने बताया की गौशाला पर पांच कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है परंतु इस समय सभी कर्मचारी धान की रोपाई करने में व्यस्त हैं इसलिए वहां पर कोई भी कर्मचारी नहीं है।जब सेक्रेटरी अनीता पाण्डेय से इस बारे में बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने मीडिया को निरीक्षण करने का अधिकार नहीं है यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया।जबकि खंड विकास अधिकारी आनंद श्रीवास्तव ने बताया की गौशाला का रखरखाव की पूरी जिम्मेदारी ग्राम प्रधान की है। और अगर गाय मर रही है तो ग्राम प्रधान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि इसी गौशाला में कुछ दिनो पहले भी कई गाय मरी हुई पाई गई थी उनके भी शवों को इसी तरह खुले में सड़ने के लिए छोड़ दिया गया था उन्हें भी कौए कुत्ते अपना निवाला बना कर केवल उनके कंकालों को छोड़ा था मीडिया में खबर प्रकाशित होने के बाद कुछ दिन तक तो हो हल्ला मचा रहा लेकिन फिर बाद में मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया और कोई कार्यवाही नहीं की गई।
अब देखना यह है कि इस बार भी कोई कार्यवाही होती है या फिर पिछली बार की तरह से लीपा पोती करके मामले की इति -श्री कर ली जाएगी।