उत्तर प्रदेश वाराणसी
इनपुट:सोशल मीडिया
वाराणसी :---काशी के प्रसिद्ध अन्नपूर्णा मंदिर में पहली बार 3D तकनीक का उपयोग शुरू किया गया है, जो श्रद्धालुओं को मां अन्नपूर्णा के रहस्यों, मंदिर के इतिहास और काशी की समृद्ध संस्कृति व सभ्यता से परिचित करा रहा है। इस अनूठे 3D अनुभव के माध्यम से देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु मां अन्नपूर्णा की आस्था, काशी की विरासत और मंदिर से जुड़े सामाजिक कार्यों से अभिभूत हो रहे हैं।
मंदिर के महंत शंकरपुरी ने बताया कि आधुनिक युग में सोशल मीडिया और तकनीक का प्रभाव बढ़ रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए 3D तकनीक के जरिए अन्नपूर्णा मंदिर का इतिहास, काशी की सांस्कृतिक विरासत, बाबा विश्वनाथ, और मां अन्नपूर्णा की महत्ता को दर्शाया जा रहा है। इस 3D प्रस्तुति में मंदिर द्वारा संचालित विभिन्न सामाजिक कार्यों, जैसे सिलाई प्रशिक्षण, वेद विद्या, और बालिकाओं के लिए शैक्षिक पहल, को भी प्रदर्शित किया गया है।
यह 3D अनुभव 7 मिनट, 3.5 मिनट, और 13 मिनट की अवधि में उपलब्ध है। श्रद्धालु इसे बैठकर देख सकते हैं, और इसके लिए निर्धारित शुल्क देना होता है। शुल्क का उपयोग प्रस्तुति के खर्च को पूरा करने के लिए किया जाता है। हालांकि, जिनके पास शुल्क देने की सामर्थ्य नहीं है, उन्हें निःशुल्क भी यह अनुभव प्रदान किया जाता है। श्रद्धालु इस 3D सामग्री को पेन ड्राइव के रूप में भी प्राप्त कर सकते हैं, जिसे वे अपने परिवार के साथ घर पर देख सकते हैं।
3D लेंस के माध्यम से काशी की छवि, बाबा विश्वनाथ, और मां अन्नपूर्णा के दर्शन के साथ-साथ अन्नपूर्णा मंदिर का ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व भी दर्शाया गया है। मनमोहक और आकर्षक चित्रों ने श्रद्धालुओं का ध्यान खींचा है, और इसे देखने के लिए देश-विदेश से लोग आ रहे हैं।
महंत शंकर पुरी ने कहा कि यह पहल श्रद्धालुओं को आधुनिक तकनीक के माध्यम से काशी की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर से जोड़ने का एक प्रयास है। यह अनुभव न केवल मां अन्नपूर्णा के प्रति श्रद्धा को बढ़ाता है, बल्कि काशी की गौरवशाली परंपराओं को भी विश्व पटल पर प्रस्तुत करता है।