उत्तर प्रदेश वाराणसी
इनपुट:सोशल मीडिया
वाराणसी :--- मंडलायुक्त एस राजलिंगम की अध्यक्षता में बाढ़ नियंत्रण और राहत कार्यों की तैयारियों को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इसमें बाढ़ से निबटने की तैयारियों की समीक्षा की गई। बाढ़ संभावित क्षेत्रों, जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में जाल्हूपुर, शहरी क्षेत्रों में नगवां, अस्सी घाट, सामनेघाट, मारुति नगर, और वरुणा नदी के उलट प्रवाह से प्रभावित कोनिया, सरैया क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों की चर्चा की गई। मंडलायुक्त ने अधिकारियों को तैयारियों के बाबत विशेष निर्देश दिए।
मंडलायुक्त ने सभी चिन्हित रैनबसेरों को पूरी तरह सुसज्जित करने और शिफ्टवार ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने ब्लीचिंग पाउडर की पर्याप्त उपलब्धता और छिड़काव, पीने के पानी, शौचालयों की साफ-सफाई, बेड, चादर, और गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री की आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा। नगर निगम को शहर और वरुणा नदी के किनारे निरंतर सफाई अभियान चलाने के निर्देश दिए गए।
बैठक में बताया गया कि बाढ़ के दौरान शहर में कुल 46 रैनबसेरे क्रियाशील होंगे, जिनमें शहरी क्षेत्र में 25 और ग्रामीण क्षेत्र में 21 शामिल हैं। कम्यूनिटी किचन में साफ-सफाई और समय पर खाद्य वितरण सुनिश्चित करने, स्थानीय पार्षदों के साथ समन्वय स्थापित कर जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में वितरण करने के निर्देश दिए गए।
मंडलायुक्त ने आपात स्थिति के लिए लाउड हेलर और सायरन को सक्रिय रखने, मॉक ड्रिल आयोजित करने, और सिविल डिफेंस की पूरी ड्यूटी लगाने का आदेश दिया। कंट्रोल नंबर को सक्रिय रखने और रजिस्टर मेंटेन करने के साथ-साथ नियमित बाढ़ बुलेटिन जारी करने को कहा। वर्तमान में गंगा नदी का जलस्तर 66 मीटर है, जिसमें प्रति घंटे एक सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई है।
ग्रामीण क्षेत्रों में डीपीआरओ, बीडीओ, एडीओ पंचायत, और लेखपालों की जिम्मेदारियां तय करने, पशुओं के लिए भूसा, चारा, पानी की व्यवस्था, और तत्काल टीकाकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। गोआश्रय स्थलों और प्रभावित लोगों के पशुओं की उचित देखभाल का भी आदेश दिया गया।
सेतु निगम और लोक निर्माण विभाग को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की सड़कों और पुलों की मरम्मत, पुलिस विभाग को रैनबसेरों के पास सुरक्षा व्यवस्था, और स्वास्थ्य विभाग को स्वास्थ्य केंद्रों को सक्रिय करने के निर्देश दिए गए। रेलवे पटरियों की साफ-सफाई और बिजली विभाग को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा गया। बैठक में एडीएम सिटी आलोक वर्मा, सीएमओ संदीप चौधरी, नगर निगम, लोक निर्माण, सिंचाई विभाग, एनडीआरएफ, पुलिस विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।