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    Big News:ग्रामीणों का आक्रोश: ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे पर निर्माण कार्य रोका, आखिर क्यों?



    रास्ते की मांग पर अड़े, अंडरपास नहीं, तो काम नहीं" — पिंडारी गांव में सड़कों पर उतरे ग्रामीण!


    उत्तर प्रदेश बलिया 
    इनपुट: हिमांशु शेखर 
    बलिया:--- बलिया में ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य को लेकर बलिया जनपद के हल्दी थाना क्षेत्र अंतर्गत पिंडारी गांव के ग्रामीणों का आक्रोश चरम पर है। गांव को दो हिस्सों में बांटते इस एक्सप्रेस-वे पर अंडरपास की मांग को लेकर ग्रामीणों ने निर्माण कार्य को रोक दिया है।

    गांव के किसान, महिलाएं, स्कूली छात्र और स्थानीय युवा बड़ी संख्या में विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। उनका साफ कहना है कि एक्सप्रेस-वे से उनका गांव दो भागों में बंट गया है, जिससे स्कूल, खेत, बाजार और अस्पताल तक पहुंचना बेहद कठिन हो गया है।

    ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि जब तक अंडरपास के रूप में वैकल्पिक रास्ता नहीं बनाया जाएगा, तब तक धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। साथ ही, जरूरत पड़ी तो भूख हड़ताल का रास्ता भी अपनाया जाएगा।

    प्रदर्शन के कारण थमा निर्माण कार्य:
    ग्रामीणों के विरोध के चलते जेसीबी मशीनें, निर्माण में लगी भारी वाहनें और पानी के टैंकर आदि कार्यस्थल पर ठप हो गए हैं। निर्माण एजेंसी को कार्य रोकना पड़ा है।

    स्थानीय युवाओं की हुंकार:
    युवाओं का कहना है कि रास्ता न होने से दर्जनों गांवों की हजारों की आबादी प्रभावित होगी। “यदि हमारी मांग पूरी नहीं होती, तो ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का काम यहां नहीं होने देंगे,” — ऐसा कहना है क्षेत्र के युवा कामता यादव, सच्चितानंद यादव, विजयशंकर तिवारी, अम्बिका यादव, कालिदास यादव, रामदेव यादव, दयाशंकर यादव, कन्हैया यादव, मनोज यादव, छोटक यादव, भरत यादव और आलोक यादव का।

    #ग्रामीणों की मांगें संक्षेप में:

    (1) पिंडारी गांव में अंडरपास की सुविधा तत्काल उपलब्ध कराई जाए

    (2) भविष्य में आवागमन बाधित न हो, इसकी गारंटी दी जाए

    (3) स्थानीय प्रशासन और निर्माण एजेंसी समस्या का समाधान निकालें

    #स्थिति की निगरानी:
    प्रशासनिक अमले की नजर प्रदर्शन पर बनी हुई है, लेकिन अभी तक कोई ठोस समाधान सामने नहीं आया है। सड़क विकास जरूरी है, पर जनता की सहूलियत उससे भी बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए, ग्रामीणों का संदेश साफ है।


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