खेल समाचार
इनपुट: खेल जगत
खेल समाचार :---कभी-कभी क्रिकेट में कुछ पल ऐसे आते हैं जो सिर्फ रिकॉर्ड बुक में नहीं, बल्कि फैंस के दिलों में भी अमिट छाप छोड़ जाते हैं। इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में भारतीय कप्तान शुभमन गिल उस पल को अपने नाम करने से चूक गए — तिहरा शतक बस कुछ कदम दूर था, लेकिन किस्मत साथ नहीं दे सकी।
उधर जिम्बाब्वे की ज़मीन पर एक और कप्तान ने इतिहास रच दिया है — दक्षिण अफ्रीका के युवा ऑलराउंडर वियान मल्डर ने टेस्ट क्रिकेट में वो कारनामा कर दिखाया, जिसकी गूंज लंबे समय तक सुनाई देगी। कप्तान के रूप में खेलते हुए मल्डर ने दूसरे टेस्ट की पहली पारी में शानदार तिहरा शतक जड़ दिया। उन्होंने सिर्फ 297 गेंदों में यह मील का पत्थर पार किया। यह पारी भारत के वीरेंद्र सहवाग की 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 278 गेंदों में बनाए गए तिहरे शतक से तो धीमी रही, लेकिन महत्व में कहीं भी कम नहीं।
यह पारी इसलिए भी खास बन जाती है क्योंकि दक्षिण अफ्रीका के लिए टेस्ट क्रिकेट में हाशिम अमला के बाद यह दूसरा तिहरा शतक है। अमला ने साल 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 311 रन बनाकर इतिहास रचा था। और अब वियान मल्डर — एक और बड़ा नाम इस गौरवशाली सूची में जुड़ गया है।
पिछले मैच में भी मल्डर का बल्ला बोला था — 147 रन की शानदार पारी खेली थी। लेकिन इस बार उन्होंने जो किया, वो सिर्फ एक पारी नहीं, बल्कि एक बयान था — कप्तानी का, जज़्बे का, और असाधारण प्रतिभा का।
मल्डर ने सिर्फ अमला के रिकॉर्ड को पीछे नहीं छोड़ा, बल्कि अब उनकी नजरें एक और बड़ी मंजिल पर हैं — ब्रायन लारा के 400* रन के ऐतिहासिक वर्ल्ड रिकॉर्ड पर। लारा ने साल 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ यह पारी खेली थी, और अब ऐसा लग रहा है कि क्रिकेट के इतिहास का वो सुनहरा पन्ना पलट सकता है।
इस समय पूरी दुनिया की निगाहें सिर्फ एक बल्लेबाज पर टिकी हैं — वियान मल्डर। क्या वो लारा के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ पाएंगे? क्या दक्षिण अफ्रीका को एक नया क्रिकेटing महानायक मिल चुका है?
इस पारी ने क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में हलचल मचा दी है, और यकीन मानिए, ऐसे प्रदर्शन बार-बार नहीं होते। यह एक ऐतिहासिक लम्हा है — और इसे जितनी बार पढ़ो, उतनी ही बार गर्व होता है।