खेल समाचार
इनपुट: खेल जगत
खेल समाचार:--ये लॉर्ड्स है जनाब — जहां शोर अंग्रेज़ करते हैं, लेकिन गूंजते हैं भारतीय गेंदबाज़ों के तेवर।
चौथे दिन का वो लम्हा जिसने लॉर्ड्स की सर्द हवा को भी गर्म कर दिया —
जब इंग्लैंड के लिमिटेड ओवर्स कप्तान हैरी ब्रुक, टेस्ट क्रिकेट की क्लासिक परंपरा को ताक पर रखकर ताबड़तोड़ दो चौके और एक छक्का जड़ देते हैं।
गेंदबाज़ थे आकाशदीप — और उनकी तीन गेंदों पर ये हमला किसी चैलेंज से कम नहीं था।
लेकिन... अगली ही गेंद पर जब आकाशदीप ने हैरी ब्रुक का स्टंप उड़ा दिया —
तो सिर्फ एक विकेट नहीं गिरा, पूरा लॉर्ड्स झकझोर उठा।
हवा में दो बार मुट्ठियां झटकते हुए आकाशदीप का जश्न, जैसे उनके सीने में ज्वाला फूट रही हो।
ध्रुव जुरैल उन्हें पकड़ रहे थे — और उस वक्त अगर ये क्रिकेट नहीं, कोई अखाड़ा होता,
तो शायद हैरी ब्रुक को दो-चार पंच भी पड़ जाते!
ये वही ओवर था जिसे ब्रुक ने महंगा बनाया था — लेकिन उसके बाद जो हुआ, वो किसी फिल्मी सीन से कम नहीं।
कप्तान शुभमन गिल और विकेटकीपर ध्रुव जुरैल ने आकाशदीप को संभाला,
कॉन्फिडेंस और भरोसे की वो थपकी दी — जिसने एक तेज गेंदबाज़ के भीतर की आग को और भड़काया।
फिर अगला ओवर — फिर हैरी ब्रुक — और फिर वही स्कूप स्टाइल का घमंड।
लेकिन इस बार आकाशदीप ने जवाब दिया — और ऐसा जवाब कि गेंद सीधे स्टंप्स पर जा लगी और गिल्लियां हवा में उड़ गईं।
हैरी ब्रुक आउट... और लॉर्ड्स में गूंजता है — आकाशदीप की आग का जश्न।
ये अकेली कहानी नहीं —
इससे पहले मोहम्मद सिराज ने भी बेन डकेट को आउट कर के जो आंखों में आंखें डाल कर जश्न मनाया था,
या फिर नीतीश रेड्डी ने जैक क्रॉली को आउट करने के बाद जो गर्जना की थी —
ये सब भारतीय गेंदबाज़ों की नई पहचान है।
अब इंग्लैंड के बल्लेबाज़ हों या लॉर्ड्स की बालकनी में बैठे दर्शक —
हर कोई सोच में पड़ गया होगा कि यह टीम इंडिया की गेंदबाज़ी है या कोई तूफान!
और सच कहें —
नतीजा चाहे जो हो, लेकिन इतिहास तो लिख दिया गया है।
लॉर्ड्स में अब सिर्फ रन और विकेट नहीं गिनते, अब तेवर भी याद रखे जाते हैं।
ये वही टीम इंडिया है, जो अब मैदान पर सिर्फ खेलने नहीं उतरती —
बल्कि मैदान में आग लगाने आती है।