उत्तर प्रदेश बलिया
इनपुट :पिन्टू तलवार
परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप, न्याय की गुहार लगाते पहुँचे पुलिस अधीक्षक दरबार!
सहतवार बलिया :---थाना सहतवार क्षेत्र के दूधईला ग्राम सभा स्थित मिल्की गांव में 29 जून 2025 को हुई संजय यादव की संदिग्ध मौत को लेकर क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। मृतक के परिजनों का आरोप है कि यह साफ तौर पर हत्या का मामला है जिसे थाना सहतवार की पुलिस आत्महत्या साबित करने की कोशिश कर रही है।
परिजनों के अनुसार, संजय यादव 29 जून की सुबह 6 बजे गांव की ही सुनैना देवी (पत्नी स्व. झूलन यादव) के घर दूध लेने गए थे। कई घंटे बीत जाने के बाद जब वह घर नहीं लौटे, तो उनकी पत्नी देवांती देवी ने बेटे को उन्हें बुलाने भेजा। वहाँ पहुँचने पर बेटे ने देखा कि संजय यादव घर के अंदर दीवार के सहारे एक साइकिल के पास खड़े हैं और उनका मुँह बेडशीट से ढका हुआ है, जबकि सुनैना देवी और गाय दुहने वाला सीताराम यादव बाहर खड़े थे।
घबराया हुआ बच्चा वापस आया और मां को पूरी बात बताई। इसके बाद देवांती देवी गांव के अन्य लोगों के साथ सुनैना देवी के घर पहुँचीं लेकिन सुनैना देवी ने दरवाजा खोलने से इनकार कर दिया और हाथ में हसुआ लेकर लोगों को अंदर आने से रोकती रही। सूचना मिलने पर थाना सहतवार की पुलिस मौके पर पहुँची, दरवाजा खुलवाया और संजय यादव को संदिग्ध अवस्था में मृत पाया गया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मिले चोट के निशान, पुलिस पर लीपापोती के आरोप
परिजनों का कहना है कि संजय की हत्या कर शव को खड़ा कर रखा गया, लेकिन पुलिस इसे आत्महत्या बता रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर पर चोटों के निशान की पुष्टि हुई है, लेकिन थाना प्रभारी मूलचंद चौरसिया का दावा है कि ये चोटें शव गिरने के कारण लगी हैं। वहीं आश्चर्य की बात यह है कि शव दीवार के सहारे खड़ा पाया गया, न कि जमीन पर गिरा हुआ।
परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस इस मामले को दबाने के लिए पैसे ले रही है। हल्का दरोगा मुन्ना कुमार द्वारा पंचनामा में 'साड़ी से फांसी' का उल्लेख किया गया है, जबकि सच्चाई यह है कि शव के गले में साड़ी नहीं, बेडशीट थी।
प्रेम-प्रसंग बना संजय यादव की मौत की वजह?
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, संजय यादव का सुनैना देवी से प्रेम संबंध था। सुनैना एक विधवा महिला है और उसके गांव के कई पुरुषों से अवैध संबंध होने की चर्चाएं हैं, जिनमें सीताराम यादव भी शामिल है। आशंका जताई जा रही है कि इसी प्रेम-प्रसंग के चलते संजय यादव की हत्या की गई। इसकी पुष्टि थाना प्रभारी ने भी की है। हालांकि इस प्रेम प्रसंग की जानकारी की पुष्टि यह शोशल मिडिया प्लेटफार्म व पत्रकार नही करता है।
गंभीर बात यह है कि घटना के बाद से सुनैना देवी फरार है और उसके घर पर ताला लटका है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस न तो मुकदमा दर्ज कर रही है, न ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर रही है, बल्कि बार-बार थाने बुलाकर परेशान किया जा रहा है।
सीबीआई जांच की मांग, एसपी से लगाई न्याय की गुहार
मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए संजय यादव के परिजन पुलिस अधीक्षक के दरबार में पहुँचे और सीबीआई जांच की मांग की। उनका कहना है कि स्थानीय पुलिस द्वारा लगातार दबाव बनाकर मामला रफा-दफा करने की कोशिश की जा रही है।
यदि परिजनों के आरोप सही साबित होते हैं, तो यह कानून-व्यवस्था के लिए गहरी चिंता का विषय है। अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन इस मामले में निष्पक्ष जांच कर न्याय सुनिश्चित करता है या नहीं।