उत्तर प्रदेश बलिया
रिपोर्ट- पिन्टू तलवार
रसड़ा (बलिया):--रामलीला कमेटी के अध्यक्ष पद को लेकर रसड़ा में चल रहा विवाद सोमवार को उस समय अचानक उग्र हो गया जब दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। मामूली कहासुनी ने देखते ही देखते तकरार का रूप ले लिया, जो अंततः हाथापाई और मारपीट में तब्दील हो गई।
विवाद की सूचना मिलते ही क्षेत्र में तनाव फैल गया। इस घटनाक्रम के बाद महंत कौशलेंद्र गिरी के सैकड़ों समर्थक श्रीनाथ जी मठ पर एकत्र हो गए। समर्थकों की भीड़ और बढ़ते तनाव को देखते हुए प्रशासन सतर्क हो गया है और मौके पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
पुलिस प्रशासन ने संभाला मोर्चा
स्थानीय प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तत्परता दिखाई। पुलिस अधिकारियों ने दोनों पक्षों से बातचीत कर शांति बनाए रखने की अपील की है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सांस्कृतिक विरासत को बचाए रखने की अपील
इस पूरे विवाद को लेकर स्थानीय बुद्धिजीवियों और नगरवासियों में गहरी चिंता है। उनका कहना है कि रामलीला केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि नगर की वर्षों पुरानी सांस्कृतिक पहचान है, जिसे किसी भी सूरत में विवाद और राजनीति की भेंट नहीं चढ़ने देना चाहिए।
क्या है विवाद की जड़?
सूत्रों के अनुसार, कमेटी के अध्यक्ष पद को लेकर पिछले कई हफ्तों से मतभेद चल रहे थे, जो आज उग्र रूप ले बैठे। हालांकि, वरिष्ठ जनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की कोशिश है कि आपसी बातचीत के माध्यम से इस विवाद का शांतिपूर्ण समाधान निकाला जा सके।