उत्तर प्रदेश बलिया
इनपुट:धीरज यादव
दुबहर, बलिया:--क्षेत्र के यदुवंशियों ने श्रावण मास, शुक्ल पक्ष के प्रथम मंगलवार को अपने-अपने गांव में भगवान श्रीकृष्ण,भक्त काशीदास एवं गोवर्धन पर्वत की पूजा आस्था एवं श्रद्धा के साथ किया। सुबह से शाम तक जय श्रीकृष्ण के जयघोष से पूरा इलाका गुंजायमान रहा।
इसी क्रम में नगवा गांव के यदुवंशियों ने विधिवत पूजन सामग्री के साथ लिट्टी और खीर बनाकर भगवान श्रीकृष्ण, भक्त काशीदास एवं गोवर्धन पर्वत को आस्था एवं श्रद्धा के साथ चढ़ाया। लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। तथा मोहल्ले में प्रसाद का वितरण भी किया। बता दे कि द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण ने यह कहते हुए इंद्र की पूजा बंद कराकर यदुवंशियों से गोवर्धन पर्वत की पूजा कराए थे कि, गोवर्धन पर्वत से गायों के लिए हमें चारा मिलता है। गायों के दूध, दही, मक्खन से परिवार का पालन पोषण भी होता है। यह देखकर इंद्र कोप हो गए। और मेघों को आदेश दिए की गोकुल में इतना वर्षा कर दो की पूरी गोकुल नगरी डूब जाए। मेघों ने इतना वर्षा कर दी कि गोकुल के लोग त्राहि-त्राहि करने लगे। यह देखकर भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी कानी उंगली से गोवर्धन पर्वत को उठाकर गोकुल नगरी के लोगों को पानी से बचा लिया था।द्वापर युग बीत जाने के बाद कलयुग में इस पूजन परंपरा की शुरुआत भगवान श्रीकृष्ण के अनन्य भक्त काशीदास बाबा ने कराई। इसमें भगवान और भक्त दोनों की पूजा की जाती है।
इस मौके पर प्रसिद्ध लोक कलाकार शैलेंद्र मिश्र, धीरज यादव, पवन यादव, गायक कृष्णा यादव 'मिट्ठू', ब्रह्माशंकर, अनुवाद यादव 'डब्लू', गणेश यादव, शिवशंभू यादव, राजेश यादव, श्रीकृष्ण यादव, रामेश्वर यादव, पोंगा घुड़सवार, श्याम कुमार यादव, गायक वीर बहादुर यादव,संजय यादव,कृष्णा यादव, रमाशंकर यादव, पिंटू यादव, अंजनी यादव, विनोद यादव सहित अनेकों लोग मौजूद रहे।