उत्तर प्रदेश बलिया
इनपुट: हिमांशु शेखर
बलिया उत्तरप्रदेश:---आइना बदल लेला से सूरत ना बदली.
आँख मूँद लेला से ज़रूरत ना बदली
हर काम आपन बस समय से करी,
रउवा खातिर कौनों मुहूर्त ना बदली
केतनो जान कटायेम हितइ में लेकिन,
कुछ लोग बा जेकर फ़ितरत ना बदली
लागत बा इ पूरा उमिर संघर्षे मे जाई,
भाई हो एह मेहनत से किस्मत ना बदली.
जब तक रही साँस याद आई बचपन,
शहर में रहे से गाँव के कीमत ना बदली।