नई दिल्ली
इनपुट:सोशल मीडिया
नई दिल्ली:---संसद में सक्रियता, बहस और कानून निर्माण में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 17 सांसदों और 2 स्थायी समितियों को संसद रत्न पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार प्राइम प्वाइंट फाउंडेशन द्वारा लोकतंत्र को मजबूत करने के उद्देश्य से दिया जाता है। इस साल के विजेताओं का चयन राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हंसराज अहीर की अध्यक्षता में हुई जूरी ने किया। चार सांसदों भर्तृहरि महताब, सुप्रिया सुले, एन. के. प्रेमचंद्रन और श्रीरंग अप्पा बारणे को लगातार उत्कृष्ट कार्य के लिए विशेष सम्मान मिला है। वहीं, भाजपा, कांग्रेस, शिवसेना और अन्य दलों के 13 सांसदों को भी उनकी सक्रियता और योगदान के लिए चुना गया है। दो प्रमुख संसदीय समितियों वित्त पर स्थायी समिति और कृषि पर स्थायी समिति—को भी इस साल संसद रत्न पुरस्कार से नवाजा गया। ये समितियां संसद में प्रभावशाली रिपोर्ट और ठोस सुझाव प्रस्तुत कर रही हैं। 2010 से जारी संसद रत्न पुरस्कार सांसदों को पारदर्शिता, जवाबदेही और लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए प्रेरित करता है, ताकि संसद का कामकाज जनता के बीच और अधिक लोकप्रिय और प्रभावी हो सके।