रांची झारखंड
इनपुट:सोशल मीडिया
रांची झारखंड :---ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष और इस्लाम धर्म के जानकार मौलाना मुहम्मद साजिद रशीदी ने पहलगाम हमले के बाद आतंकियों को सबक सिखाने के लिए भारत सरकार और नरेंद्र मोदी को शुक्रिया अदा किया है.
मौलाना रशीदी ने रांची में कहा कि मोदी की सरकार ने पहलगाम के आतंकी पर मजबूत हमला किया है और पाकिस्तान से चल रहे आतंक की फैक्टरियों को समाप्त किया. जरूरत पड़ी तो हम भी पाकिस्तान के खिलाफ जंग में रिजर्व पुलिस बल तौर पर शामिल होंगे. मौलाना ने कहा कि हम अखंड भारत चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि इस्लाम, धर्म के नाम पर दहशतगर्दी की इजाजत नहीं देता है. मौलाना ने कहा कि आतंक की फैक्टरी को समाप्त करने के लिए हम नरेंद्र मोदी की शुक्रिया करते हैं. लेकिन आतंक का पेड़ पाकिस्तान हैं, जिसे काटना जरूरी है.
'वक्फ कानून संशोधन से गरीब मुसलमानों का हित'
सरकार द्वारा वक्फ कानून संशोधन- 2025 कानून पर मौलाना राशीदी ने कहा कि पूरे हिंदुस्तान में बहुत सारी संपत्तियां वक्फ की हैं और यह इसलिए है क्योंकि इससे गरीब मुसलमानों का हित हो सके. यह इसलिए है कि सभी राज्य के वक्फ बोर्ड विधवाओं को पेंशन, गरीब मुसलमान बच्चों को तालीम दी जा सके. जिस मकसद से वक्फ हुआ, पिछली सरकारों ने उसका सही से इस्तेमाल नहीं किया. सरकार के इशारे पर वक्फ की जमीन लीज की जाती रही है. केंद्र की कांग्रेस सरकार ने दिल्ली के अंदर 250 बीघा प्राइम लोकेशन की जमीन पर कब्जा कर लिया, इसके सारे पेपर उनके पास हैं.
'आम मुसलमान वक्फ की जमीन किराए पर नहीं ले सकता'
मौलाना रशीदी ने कहा कि भ्रष्टाचार इतना है कि गरीब आदमी वक्फ की जमीन किराए पर नहीं ले सकता, जिसने लिया है वह सब अमीर लोग हैं. इन लोगों ने ऐसे नियम बना रखे थे कि गरीब मुसलमानों को वक्फ की प्रॉपर्टी लीज पर नहीं मिलती है, क्योकि उसके लिए लीज ली जानेवाली प्रोपटी की 33% वक्फ में जमा कराने और ऊपर से रिश्वत का नियम बना रखा था. जो पार्टियां ऐसा करती थी उन्होंने ही वक्फ बोर्ड संशोधन कानून 2025 जो लेकर लोगों को गुमराह किया.
'बंगाल में मुसलमान सड़क पर उतरे और हिंसा की'
मौलाना रशीदी ने कहा कि बंगाल में मुसलमान सड़क पर उतरे, उन्होंने हिंसा की और वहीं जेल में हैं. सवाल यह है कि जब ममता दीदी ने कह दिया बंगाल में वक्फ कानून संशोधन लागू नहीं होगा. तब मुसलमान सड़क पर क्यों उतरे? उन्होंने कहा कि आज देश में मुसलमानों की जो स्थिति है उसकी जिम्मेदार कांग्रेस है.कांग्रेस अगर मुसलमान के हितैषी थी तो मुसलमानों की प्रॉपटी मुसलमानों को दी जानी थी, लेकिन दिल्ली में DDA जहां बोर्ड लगा दी उसे कोई हटा नहीं सकता.
'कांग्रेस मुसलमानों को उकसा रही'
ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन ने कहा कि कांग्रेस के समय में इमाम की सैलरी महज 10 हजार थी. आज वहीं कांग्रेस मुसलमानों को उकसा रही है, ओवैसी जैसे कई लोगों ने वक्फ की जमीन पर कब्जा किया है. मौलाना साजिद रशीदी ने कहा कि मेरा कहना मुसलमानों से है कि वह विपक्षी पार्टियों के बहकावे मे नहीं आएं. यह जो संशोधन हुआ है उससे ओवैसी जैसे लोगों को दिक्कत होने वाली है जिन्होंने बड़ी संपत्ति ले रखी है.
'विपक्षी पार्टी की बहकावे में ना आएं मुसलमान'
मौलाना साजिद रशीदी ने कहा कि हम जज्बात में आकर कोई निर्णय न लें, परेशान न हो और विपक्षी पार्टियों के बहकावे में न आएं. जब जब हम सड़कों पर आएंगे, बंगला जैसा होगा. फसाद वो करेंगे, बदनाम आप को करेंगे. अभी भी मामला कोर्ट में है. न्याय प्रणाली पर पूरा भरोसा है. जलसा-जुलूस न निकाले. यह कानून लागू होगा, नई किरायदारिया लागू होगी तो मुसलमानों की समस्याएं सुलझेंगी।