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    रोजमेरी क्या है?इसका औषधीय उपयोग लगने की विधि देखभाल जानिएं : SKGupta


    उत्तर प्रदेश बलिया 
    इनपुट: अमीत कुमार गुप्ता 

    बलिया उत्तरप्रदेश:---आयुर्वेद में हजारों सालों से रोजमेरी का इस्तेमाल अनेक प्रकार की दवाएं बनाने में किया जा रहा हैं। इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं। इसके उपयोग से एकाग्रता और याददाश्त में सुधार, बालों के झड़ने को कम करना, तनाव और चिंता से राहत, और रक्त परिसंचरण में सुधार जैसे लाभ होते हैं।

    रोजमेरी के औषधीय फायदे :-
    ● एकाग्रता और याददाश्त में सुधार
    रोजमेरी का तेल या चाय का सेवन करने से एकाग्रता और कमजोर याददाश्त में फायदेमंद हैं।
    बालों के झड़ने को कम करना
    रोजमेरी का तेल बालों के झड़ने और जड़ों को मजबूत बनाने में मददगार हैं। 
    तनाव और चिंता से राहत
    रोजमेरी की खुशबू या तेल का उपयोग करने से तनाव और चिंता से राहत देता हैं।
    रक्त परिसंचरण में सुधार
    रोजमेरी का तेल रक्त परिसंचरण में सुधार करने में मदद कर सकता हैं, जिससे हाथ-पैर की उंगलियों में दर्द और ठंडक कम हो सकती हैं।
    पाचन में सुधार
    रोजमेरी का चाय पाचन में सुधार करने, एसिडिटी और अपच जैसी समस्याओं को कम करने में मदद कर सकती हैं।
    इम्यूनिटी बूस्टर
    रोजमेरी एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुणों से भरपूर होती है, जो इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करती हैं।
    मांसपेशियों के दर्द से राहत
    रोजमेरी का तेल मांसपेशियों के दर्द को कम करने में मदद कर सकता हैं।
    सिरदर्द से राहत
    रोजमेरी के तेल का उपयोग करने से सिरदर्द में फायदेमंद हैं।
    सूजन कम करें
    रोजमेरी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं।

    रोजमेरी के पौधे को कैसे लगाए :-
    रोजमेरी के पौधे को बीज और कटिंग दोनों तरीको से लगा सकते हैं। बीज से लगाने के लिए इसके बीज खरीदकर मिट्टी और कम्पोस्ट के मिश्रण में दबा दीजिए और पानी डालकर सेमी-शेड वाली जगह पर रख दीजिए, कुछ दिन में रोजमेरी के बीज अंकुरित होने लगेंगे। आप चाहे तो नर्सरी से इसके पौधे भी खरीदकर लगा सकते हैं।

    रोजमेरी के पौधे की देखभाल :-
    ● रोजमेरी को रोजाना 6 से 8 घंटे की धूप चाहिए।
    ● रोजमेरी को गीली मिट्टी पसंद नहीं हैं इसलिए इसमें पानी तभी डालें जब इसकी मिट्टी एक-तिहाई भाग तक सूखी दिखाई दें।
    ● रोजमेरी को स्वस्थ व हरा-भरा रखने के लिए, वसंत और बरसात में इसकी कटाई-छंटाई जरूर करें।
    ● रोजमेरी को पोटैशियम युक्त खाद डालें, इसके लिए आप इसमें केले और प्याज के छिलके का खाद डाले।

    सावधानियां :-
    ● यदि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या हैं या आप कोई दवा ले रहे हैं तो रोजमेरी का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें।
    ● यदि आप गर्भवती हैं या स्तनपान करा रही हैं तो रोजमेरी का उपयोग न करें।

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