Type Here to Get Search Results !

custum trend menu

Stories

    ईमानदारी

     ईमानदारी 


    उत्तर प्रदेश बलिया 
    इनपुट: हिमांशु शेखर 
    .
    बलिया उत्तरप्रदेश:---राजकुमार अपने गाँव के सबसे बड़े चोरों में से एक था। राजकुमार रोजाना जेब में चाकू डालकर रात को लोगों के घर में चोरी करने जाता। 
    .
    पेशे से चोर था.. लेकिन हर इंसान चाहता है कि उसका बेटा अच्छे स्कूल में पढाई करे। यही सोचकर बेटे का एडमिशन एक अच्छे पब्लिक स्कूल में करा दिया था।
    .
    राजकुमार का बेटा पढाई में बहुत होशियार था लेकिन पैसे के अभाव में 12 वीं कक्षा के बाद नहीं पढ़ पाया। अब कई जगह नौकरी के लिए भी अप्लाई किया लेकिन कोई उसे नौकरी पर नहीं रखता था।
    .
    एक तो चोर का बेटा ऊपर से केवल 12 वीं पास तो कोई नौकरी पर नहीं रखता था। अब बेचारा बेरोजगार की तरह ही दिन रात घर पर ही पड़ा रहता। 
    .
    राजकुमार को बेटे की चिंता हुई तो सोचा कि क्यों ना इसे भी अपना काम ही सिखाया जाये। जैसे मैंने चोरी कर करके अपना गुजारा किया वैसे ये भी कर लेगा।
    .
    यही सोचकर राजकुमार एक दिन बेटे को अपने साथ लेकर गया। रात का समय था दोनों चुपके चुपके एक इमारत में पहुंचे। 
    .
    इमारत में कई कमरे थे सभी कमरों में रौशनी थी देखकर लग रहा था कि किसी अमीर इंसान की हवेली है।
    .
    राजकुमार अपने बेटे से बोला.. आज हम इस हवेली में चोरी करेंगे, मैंने यहाँ पहले भी कई बार चोरी की है और खूब माल भी मिलता है यहाँ। 
    .
    लेकिन बेटा लगातार हवेली के आगे लगी लाइट को ही देखे जा रहा था। 
    .
    राजकुमार बोला.. अब देर ना करो जल्दी अंदर चलो नहीं तो कोई देख लेगा। लेकिन बेटा अभी भी हवेली की रौशनी को निहार रहा था और वो करुण स्वर में बोला.. पिताजी मैं चोरी नहीं कर सकता।
    .
    राजकुमार, तेरा दिमाग खराब है जल्दी अंदर चल..
    .
    बेटा, पिताजी, जिसके यहाँ से हमने कई बार चोरी की है देखिये आज भी उसकी हवेली में रौशनी है और हमारे घर में आज भी अंधकार है। 
    .
    मेहनत और ईमानदारी की कमाई से उनका घर आज भी रौशन है और हमारे घर में पहले भी अंधकार था और आज भी..
    .
    मैं भी ईमानदारी और मेहनत से कमाई करूँगा और उस कमाई के दीपक से मेरे घर में भी रौशनी होगी। मुझे ये जीवन में अंधकार भर देने वाला काम नहीं करना।
    .
    राजकुमार की आँखों से आंसू निकल रहे थे। उसके बेटे की पढाई आज सार्थक होती दिख रही थी।
    .
    मित्रों.. बेईमानी और चोरी से इंसान क्षण भर तो सुखी रह सकता है, लेकिन उसके जीवन में हमेशां के लिए पाप और अंधकार भर जाता है। 
    .
    हमेशा अपने काम को मेहनत और ईमानदारी से करें। बेईमानी की कमाई से बने पकवान भी ईमानदारी की सुखी रोटी के आगे फीके हैं। कुछ ऐसा काम करें कि आप समाज में सर उठा के चल सकें।

    Bottom Post Ad

    Trending News