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    Jaipur ब्यूरोक्रेसी में बड़ा फेरबदल: 62 IAS अधिकारियों के तबादले, कई जिलों के कलेक्टर भी बदले


    जयपुर राजस्थान 
    इनपुट:सोशल मीडिया 
    जयपुर राजस्थान:--प्रदेश में लंबी चर्चाओं के बीच, आखिरकार रविवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अफसरशाही में बड़ा फेरबदल किया. इस दौरान 62 आईएएस अधिकारियों के तबादले किए गए. इसके साथ ही एक अन्य आदेश में 21 आईएएस अधिकारियों को अतिरिक्त विभागों का जिम्मा सौंपा गया है. दो महीने से चल रही चर्चाओं के बीच इस तबादला सूची को लंबे मंथन के बाद अंतिम रूप दिया गया. प्रदेश के सबसे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सुबोध अग्रवाल को अध्यक्ष, राजस्थान वित्त निगम के पद पर नियुक्त किया गया है. वहीं, नवंबर 2020 से वित्त विभाग संभाल रहे एसीएस अखिल अरोड़ा को जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भू-जल विभाग की जिम्मेदारी दी गई है. इसके अलावा एसीएस अपर्णा अरोड़ा को सामाजिक न्याय अधिकारिता और पंचायती राज विभाग, संदीप वर्मा को कौशल, उद्यमिता-रोजगार विभाग, कुलदीप रांका को उच्च - तकनीकी शिक्षा विभाग सौंपा गया है. गहलोत सरकार में गृह विभाग संभाल रहे आनंद कुमार को वन और पर्यावरण विभाग भेजा गया है. उनकी जगह एसीएस होम का जिम्मा भास्कर आत्माराम सावंत को सौंपा गया है. कुंजीलाल मीणा को एसीएस, जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग की जिम्मेदारी दी गई है.
    इन वरिष्ठ अधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार : ताजा प्रशासनिक फेरबदल में विभिन्न वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार सौंपे गए हैं. इसमें प्रमुख विभागों, निगमों और बोर्डों से जुड़े पदों पर अधिकारियों को अतिरिक्त जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं. अभय कुमार को इंदिरा गांधी नहर बोर्ड, जयपुर का अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि शिखर अग्रवाल को रीको (RIICO) के अध्यक्ष पद का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. भास्कर आत्माराम सावंत अब न्याय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के साथ-साथ सैनिक कल्याण विभाग के भी अतिरिक्त मुख्य सचिव होंगे. अजिताभ शर्मा को राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है.
    *`(खबरें→ फ्रंट न्यूज इंडिया पेज से)`*
    आलोक गुप्ता को राजसीको (RAJSICO) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के रूप में जिम्मेदारी दी गई है, वहीं राजेश कुमार यादव राजस्थान पर्यटन विकास निगम के नए अध्यक्ष बनाए गए हैं. वैभव गालरिया को जयपुर मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड और राजस्थान मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड दोनों के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक का कार्यभार सौंपा गया है. देवाशीष पृष्टी अब राजस्थान आवासन मंडल के अध्यक्ष होंगे. नवीन जैन को वित्त (बजट) विभाग का शासन सचिव बनाया गया है और कृष्ण कुणाल को संस्कृत शिक्षा विभाग का शासन सचिव नियुक्त किया गया है. जोगाराम को प्रशासनिक सुधार और मुद्रण सामग्री विभाग का प्रभार मिला है, वहीं रोहित गुप्ता को राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम का अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक बनाया गया है. अर्चना सिंह को सूचना एवं जनसंपर्क विभाग का शासन सचिव, जबकि कन्हैया लाल स्वामी को देवस्थान विभाग का आयुक्त नियुक्त किया गया है. शक्ति सिंह राठौड़ माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर के प्रशासक होंगे और संदेश नायक सूचना जनसंपर्क विभाग में आयुक्त और विशिष्ट शासन सचिव का कार्यभार संभालेंगे. इसके अलावा रुक्मणि रियार को राजस्थान पर्यटन विकास निगम की प्रबंध निदेशक, सिद्धार्थ सिहाग को राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड का प्रबंध निदेशक बनाया गया है. चिनमयी गोपाल को उद्यानिकी विभाग का आयुक्त, सीताराम जाट को माध्यमिक शिक्षा विभाग का निदेशक और समग्र शिक्षा अभियान का पदेन अतिरिक्त राज्य परियोजना निदेशक नियुक्त किया गया है. वहीं रिशव मंडल को RSLDC (राजस्थान स्किल एंड लाइवलीहुड्स डेवलपमेंट कॉरपोरेशन) का प्रबंध निदेशक बनाया गया है.

    CMO के अधिकारियों को मिली अहम जिम्मेदारी: मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) में सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और सुशासन के संदेश को जमीन तक पहुंचाने के उद्देश्य से वरिष्ठ अधिकारियों को अहम जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं. मुख्यमंत्री के नेतृत्व में योजनाओं को गति देने और समन्वय मजबूत करने के लिए CMO स्तर पर नए प्रशासनिक प्रभार तय किए गए हैं. मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव शिखर अग्रवाल अब रीको (RIICO) अध्यक्ष का अतिरिक्त प्रभार भी संभालेंगे. वहीं मुख्यमंत्री के विशिष्ट सचिव संदेश नायक को सूचना जनसंपर्क विभाग के आयुक्त और विशिष्ट सचिव का भी अतिरिक्त दायित्व सौंपा गया है, साथ ही मुख्यमंत्री के एक और विशिष्ट सचिव सिद्धार्थ सिहाग को राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक का भी प्रभार सौंपा गया है. यह सभी अधिकारी अब सीएम की प्राथमिकता वाली योजनाओं और जनसंपर्क के अभियानों की निगरानी के साथ-साथ विभागीय समन्वय को भी सशक्त बनाएंगे.
    जयपुर के दोनों निगमों के आयुक्त बदले : जयपुर नगर निगम ग्रेटर और हेरिटेज के आयुक्तों को बदल दिया गया है. हेरिटेज आयुक्त अरुण कुमार हसीजा को राजसमंद का कलेक्टर बनाया गया है, जबकि ग्रेटर आयुक्त रुक्मणि रियार को पर्यटन विभाग का आयुक्त नियुक्त किया गया है. इसके अलावा तीन संभागीय आयुक्त भी बदले गए हैं. टीना सोनी को भरतपुर, विश्राम मीणा को बीकानेर और शक्ति सिंह राठौड़ को अजमेर का संभागीय आयुक्त लगाया गया है.

    साढ़े 4 साल बाद बदली वित्त विभाग की कमान : राज्य के सबसे अहम माने जाने वाले वित्त विभाग की कमान अब नए अधिकारी को सौंप दी गई है. करीब साढ़े चार साल तक वित्त विभाग का नेतृत्व करने वाले अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS) अखिल अरोड़ा को अब नया दायित्व सौंपा गया है. वे अब पीएचईडी और भूजल विभाग संभालेंगे. अखिल अरोड़ा ने 1 नवंबर 2020 को वित्त विभाग का प्रभार संभाला था और इसी विभाग में कार्य करते हुए वह प्रमुख सचिव से अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद पर पदोन्नत हुए थे. अरोड़ा ने कांग्रेस और भाजपा दोनों ही सरकारों में वित्त जैसे संवेदनशील और रणनीतिक विभाग की कमान पूरी दक्षता से संभाली. अब सरकार ने इस जिम्मेदारी के लिए वैभव गालरिया पर भरोसा जताया है. गालरिया वर्तमान में जयपुर मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं और अब उन्हें वित्त विभाग का नया प्रमुख बनाया गया है. इसी के साथ गृह विभाग में भी बड़ा बदलाव करते हुए आनंद कुमार को वन और पर्यावरण की जिम्मेदारी दी गई है.

    कई कलेक्टरों की बदली जिम्मेदारी : रविवार को आई तबादला सूची में कई जिलों के कलेक्टरों का तबादला किया है. सरकार ने फेरबदल करते हुए 11 जिलों में कलेक्टरों के तबादले किए हैं. इस बदलाव में 10 आईएएस अधिकारियों को नई जिलों में कलेक्टर नियुक्त किया गया है, जबकि झुंझुनूं कलेक्टर को हटाकर फिलहाल कोई नई पोस्टिंग नहीं दी गई है. इस फेरबदल में कुछ अधिकारियों को नई जिलों की कलेक्ट्री सौंपी गई है, तो कुछ को कलेक्टर पद से हटाकर विभागीय जिम्मेदारियां दी गई हैं. कल्पना अग्रवाल को कोटपूतली-बहरोड़ से स्थानांतरित कर टोंक का नया कलेक्टर नियुक्त किया गया है. कानाराम , जो पहले हनुमानगढ़ के कलेक्टर थे, अब सवाई माधोपुर की कलेक्ट्री संभालेंगे. वहीं महेन्द्र खड़गावत को ब्यावर से स्थानांतरित कर डीडवाना-कुचामन का कलेक्टर बनाया गया है. इन तीनों अधिकारियों की कलेक्ट्री बरकरार रही, केवल जिले बदले हैं. इस बीच कमल अल जमान चौधरी को भरतपुर का नया कलेक्टर नियुक्त किया गया है.
    वहीं दूसरी ओर, 8 आईएएस अधिकारियों की कलेक्ट्री छूट गई है. बालमुकुंद असावा, जिन्होंने पिछले डेढ़ साल में दो जिलों में कलेक्टर पद संभाला, अब लोक निर्माण विभाग (PWD) में संयुक्त सचिव बनाए गए हैं.डॉ. अमित यादव, जो भरतपुर के कलेक्टर थे, अब राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) में मिशन निदेशक नियुक्त किए गए हैं. इसके साथ वे चिकित्सा विभाग में संयुक्त सचिव की जिम्मेदारी भी निभाएंगे. उन्होंने अब तक सीकर, नागौर और भरतपुर में करीब तीन साल से ज्यादा समय तक कलेक्ट्री की जिम्मेदारी संभाली.इसी तरह, रविन्द्र गोस्वामी, जो बूंदी और कोटा जैसे जिलों में कलेक्टर रहे, अब उनका तबादला कर उन्हें पीएचईडी विभाग में संयुक्त सचिव बनाया गया है.सौम्या झा, जिन्होंने डेढ़ साल तक टोंक में कलेक्टर का दायित्व निभाया, अब उन्हें चिकित्सा विभाग के आईईसी निदेशक पद पर स्थानांतरित किया गया है.

    संभागीय आयुक्त और कलक्टर में भी बदलाव:-

    टीना सोनी – संभागीय आयुक्त, भरतपुर

    विश्राम मीणा – संभागीय आयुक्त, बीकानेर

    कानाराम – जिला कलेक्टर, सवाई माधोपुर

    कल्पना अग्रवाल – जिला कलेक्टर, टोंक

    पीयूष सांमरिया – जिला कलेक्टर, कोटा

    कमर उल जमान चौधरी- जिला कलेक्टर, भरतपुर

    प्रियंका गोस्वामी -जिला कलेक्टर, कोटपूतली- बहरोड

    खुशाल यादव - जिला कलेक्टर,हनुमानगढ़

    श्वेता चौहान -जिला कलेक्टर, फलोदी

    झुंझुनूं जिला बिना कलेक्टर और एसपी के : झुंझुनूं जिले में प्रशासनिक हालात इन दिनों अस्थिर नजर आ रहे हैं. पहले एसपी पद खाली हुआ और अब कलेक्टर का पद भी रिक्त हो गया है. गौरतलब है कि 20 मई को आईएएस लोकेश सोनवाल को झुंझुनूं का नया एसपी नियुक्त किया गया था , लेकिन उन्होंने अब तक पदभार ग्रहण नहीं किया है. इसी बीच, बुधवार को जारी आईएएस तबादला सूची में झुंझुनूं के कलेक्टर रामवतार मीना को पद से हटा दिया गया, लेकिन उनकी जगह किसी नए कलेक्टर की नियुक्ति नहीं की गई.रामवतार मीना के खिलाफ लगातार मिल रही शिकायतों की वज़ह से उन्हें हटाने का निर्णय लिया गया. अब झुंझुनूं जिला बिना एसपी और कलेक्टर के रह गया है, जिससे प्रशासनिक कार्यों पर असर पड़ने की आशंका है.स्थानीय नागरिकों और जनप्रतिनिधियों ने सरकार से जल्द से जल्द स्थायी नियुक्तियां करने की मांग की है, ताकि जिले का प्रशासन सामान्य रूप से संचालित हो सके.

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