उत्तर प्रदेश बलिया
इनपुट: हिमांशु शेखर
रेवती (बलिया) :----सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) रेवती एक बार फिर विवादों के घेरे में है। केंद्र के कमरा नंबर 29 में तैनात चिकित्सक डॉ. दिनेश सिंह पर मरीजों को अस्पताल में उपलब्ध निःशुल्क दवाओं के बजाय बाहरी मेडिकल स्टोर की महंगी दवाएं लिखने का गंभीर आरोप लगा है। यह प्रकरण ऐसे समय में सामने आया है जब सीएचसी प्रभारी डॉ. प्रवीण कुमार यादव द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) के आदेश पर बीते 45 दिनों से बाहरी दवाओं के प्रिस्क्रिप्शन पर पूर्ण प्रतिबंध लागू है।
सूत्रों के अनुसार, कई मरीजों और उनके परिजनों ने शिकायत की है कि कुछ डॉक्टर निजी स्वार्थों के चलते सरकारी दवाएं नहीं दे रहे और मरीजों को बाजार से महंगी दवाएं खरीदने के लिए बाध्य कर रहे हैं। यह व्यवहार स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता और जनहित के मूलभूत सिद्धांतों के खिलाफ माना जा रहा है।
इस पूरे मामले पर बलिया के मुख्य चिकित्साधिकारी ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि रेवती सीएचसी प्रभारी को स्पष्ट निर्देश दे दिए गए हैं कि कोई भी डॉक्टर बाहरी दवाएं नहीं लिखेगा। अगर डॉ. दिनेश सिंह, डॉक्टर अनीता, डॉक्टर वर्मा निर्देशों का पालन नहीं करते हैं तो उनके विरुद्ध विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी, साथ ही उन्हें केंद्र से स्थानांतरित भी किया जा सकता है।
सीएमओ ने आगे कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि गरीब और वंचित वर्ग को सरकारी अस्पतालों के माध्यम से मुफ्त और समयबद्ध चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए। इस तरह की लापरवाही न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि यह सीधे-सीधे मरीजों के अधिकारों का हनन है।
जनहित में स्वास्थ्य विभाग की अपील
बलिया स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता से अपील की है कि यदि किसी डॉक्टर द्वारा अस्पताल में उपलब्ध दवाओं के बजाय बाहरी दवाएं लिखी जा रही हों, तो इसकी सूचना तत्काल सीएचसी प्रभारी या मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय को दी जाए। विभाग ने यह आश्वासन भी दिया है कि शिकायतकर्ता की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी और दोषी डॉक्टरों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।