उत्तर प्रदेश लखनऊ
इनपुट:सोशल मीडिया
लखनऊ:--उत्तर प्रदेश मूल का सिंधी परिवार नवीन रोहेजा और उसकी पत्नी नीतू रोहेजा जिसका बिजनेस उत्तर प्रदेश और मुंबई में फैला था।
नवीन रोहिजा और उसकी पत्नी नीतू अक्सर हाजी अली दरगाह पर जाते थे उस वक्त जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा हाजी अली दरगाह के सामने चटाई लगाकर तमाम तरह के नग पत्थर बेचता था टोना टोटका झाड़ खूब करता था।
वहां इसने नवीन रोहिजा और उसकी पत्नी नीतू को टोना टोटका भूत प्रेत का डर दिखाया उनके ब्रेन इस कदर वास किया की दोनों को दुबई ले जाकर इस्लाम कबूल करवाया गया
नवीन का नाम जियाउद्दीन हो गया और नीतू का नाम नसरीन हो गया।और मुंबई में नवीन रोहिजा और नीतू की 160 करोड़ की संपत्ति इस छांगुर बाबा ने बिकवा दी।
वह पूरा पैसा खुद ले लिया
और नीतू उर्फ नसरीन को अपनी रखेल बना दिया और उन दोनों को लेकर उत्तर प्रदेश बलरामपुर आ गया ।और नीतू उर्फ नसरीन को दो बार गांव का प्रधान बनवाया और नवीन को अपना नौकर यानी सेवक बना दिया।
अब स्थिति यह हो गई कि जो नवीन एक अरबपति हुआ करता था जो नीतू उसकी पत्नी हुआ करती थी अब वही नवीन जो अब धर्म परिवर्तन करके जियाउद्दीन बन गया था वह अपनी पत्नी नीतू उर्फ नसरीन और इस छांगुर बाबा का सेवक बन गया नौकर बन गया
नवीन उर्फ जियाउद्दीन ज्यादातर छांगुर बाबा के बंगले बलरामपुर में रहता था और छांगुर बाबा उसकी पत्नी यानि अपनी रखेल नीतू उर्फ नसरीन के साथ लखनऊ के फाइव स्टार होटल में रहता था
सोचिए जो हिंदू दरगाहों पर जाते हैं वह भविष्य के लिए कितना बड़ा बर्बादी का रास्ता खुद के लिए बना रहे हैं।