ब्रह्मपुर बक्सर बिहार
इनपुट: विवेकानंद पांडेय
ब्रह्मपुर बक्सर बिहार :--भगवान शिव को देवों के देव महादेव की उपाधि प्राप्त है।
भगवान शिव को प्रसन्न करने हेतु लोग भगवान शिव के अनेक रूपों की पूजा करते हैं उनमें पारद शिवलिंग का भी नाम आता है।
यह पारे से बना होता है, पारा एक धातु है।
पारद शिवलिंग की पूजा करने से भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न होते हैं और भगवान शिव के आशीर्वाद से धन - धान्य में वृद्धि होती है, सुख संपत्ति की प्राप्ति होती है, स्वास्थ्य अच्छा रहता है, व्यापार में उन्नति होती हैं।
जैसा कि ऊपर बताया गया है -
भगवान शिव के पारद शिवलिंग की पूजा करने से अनेकों लाभ मिलते हैं लेकिन यह तब संभव होता है जब आप उनकी विधि - विधान के साथ पूजा करें ||
पारद शिवलिंग के पूजा करने के लाभ.....
पारद शिवलिंग के पूजा करने के अनेकों लाभ हैं चलिए उन सभी लाभों के बारे में जानते हैं —
🌻पारद शिवलिंग की विधि - विधान से पूजा करने से सौभाग्य की प्राप्ति और परिवार में सुख शांति बनी रहती है।
🌻नवग्रहों के अनिष्ट प्रभाव से मुक्ति हेतु पारद शिवलिंग की पूजा की जाती है।
🌻पारद शिवलिंग की विधि - विधान से पूजा करने पर संतान हीन दंपत्ति को संतान की प्राप्ति हो जाती है।
🌻पारद शिवलिंग की पूजा आराधना से अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है।
🌻 पारद शिवलिंग की पूजा आराधना करने से स्वास्थ्य लाभ, धन - धान्य में वृद्धि, मान प्रतिष्ठा, पद प्रतिष्ठा आदि सुख की प्राप्ति होती है ।
🌻 12 ज्योतिर्लिंगों की पूजा करने से जो पुण्य मिलता है वो पुण्य पारद शिवलिंग की पूजा करने से ही मिल जाता है।
रावण रसायन शास्त्र का विद्वान था इसलिए उसने पारद शिवलिंग की पूजा कर भगवान शिव को प्रसन्न किया था।
🌻 शिवपुराण के अनुसार जो लोग पारद शिवलिंग की पूजा आराधना करते हैं उनके घर में माता लक्ष्मी, कुबेर एवं महादेव का वास होता है।
🌻 पारद शिवलिंग को घर में रखने से माता सरस्वती की विशेष कृपा प्राप्त होती है। बुद्धि तीव्र और ज्ञान में वृद्धि होती है।
🌻 पारद शिवलिंग की पूजा करने से सभी बीमारियों में लाभ होता है।
घर में पारद शिवलिंग की पूजा करने की विधि ''.
🌸पारद शिवलिंग को सफेद कपड़े के ऊपर रखना चाहिए और पूर्व दिशा की और खड़े होकर पूजा सामग्री (रोली, मौली, अक्षत पुष्प, दुग्ध, यज्ञोपवीत, हल्दी और चंदन रख लें। )
इसके पश्चात पारद शिवलिंग के दाहिने तरफ दीपक जला लें।
इसके बाद थोड़ा जल लें और ॐ नमः शिवाय बोलकर हाथ को धो ले।
फिर नीचे दिए गए मंत्र का 3 बार उच्चारण करें और जल को पी लें।
प्रथम बार ॐ केशवाय नम:।
दूसरी बार ॐ माधवाय नम:।।
तीसरी बार ॐ नारायणाय नम:।।।
चौथी बार ॐ गोविन्दाय नमो नमः बोलकर हाथ धो लें।
🌼इतना करने के बाद हाथ में फूल और चावल लेकर भगवान शिव का स्मरण करें और ॐ नम: शिवाय को 5 बार बोलें और चावल और फूल को शिवलिंग पर चढ़ा दें इसके पश्चात भगवान शिव के मंत्र ॐ नम: शिवाय का निरंतर उच्चारण करें ।
🌼अब हाथ में फूल और चावल लेकर ॐ पर्वत्ये नम: मंत्र का उच्चारण कर माता पार्वती का स्मरण करें।
फूल और चावल पारद शिवलिंग पर चढ़ा दें और ॐ नमः शिवाय मंत्र का लगातार उच्चारण करें ।
🌼अब मोली और जनेऊ को पारद शिवलिंग पर चढ़ा दें एवं हल्दी और चंदन का तिलक लगाएं और चावल, फूल चढ़ा दें।
अब प्रसाद को मीठे के रूप में भोग लगाएं इसके साथ ही भांग, धतूरा और बेलपत्र चढ़ा दें।
इस प्रकार पारद शिवलिंग की पूजा करने वाले व्यक्ति की सभी मनोकामना पूर्ण होती है।