उत्तर प्रदेश आजमगढ़
इनपुट:सोशल मीडिया
आजमगढ़ :--- मुख्यमंत्री जी ने एक पेड़ माँ के नाम वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद आज़मगढ़ के 60 लाखवां पौधे (हरिशंकरी के पौधे) का रोपण किया।
आजमगढ़ मुख्यमंत्री उ.प्र. योगी आदित्यनाथ द्वारा जन आंदोलन एक पेड़ मॉ के नाम 2.0 के अन्तर्गत 26 राजकीय विभागों एवं 25 करोड़ नागरिकों की सहभागिता से आज पूरे प्रदेश में 37 करोड़ से अधिक पौधरोपण कार्यक्रम के तहत आज आजमगढ़ के ग्राम पंचायत केरमा में एक पेड़ माँ के नाम वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम में जनपद आज़मगढ़ के 60 लाखवां पौधे (हरिशंकरी के पौधे) का रोपण किया किया एवं फोन से सेल्फी भी लिया। मुख्यमंत्री जी ने आजमगढ़ जनपद के इस पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के किनारे केरमा गांव स्थित यूपीडा के इस वृहद वृक्षारोपण अभियान कार्यक्रम में उपस्थित आजमगढ़ के सभी उपस्थित जन सामान्य को एक पेड़ मां के नाम देश यशस्वी प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से इस विराट अभियान का हिस्सा बनने के लिए आजमगढ़ वासियों का और प्रदेश वासियों का हृदय से अभिनंदन और स्वागत किया। उन्होने जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि मैं आपके बीच में इस विराट अभियान के बारे में दो बात कहने के लिए और अपील करने के लिए आपके बीच आया हूं। उन्होने कहा कि मुझे बताते हुए प्रसन्नता है कि अयोध्या और उसके आसपास के जनपदों में तो भारी बारिश पड़ रही है। उसके बावजूद भी आज प्रातः 7ः00 बजे से जो कार्यक्रम प्रारंभ हुआ, उस कार्यक्रम की श्रृंखला में एक पेड़ मां के नाम के अन्तर्गत अब तक 22 करोड़ से अधिक वृक्षारोपण का लक्ष्य उत्तर प्रदेश के अंदर पूरा किया जा चुका है। उन्होने कहा कि यह 22 करोड़ वृक्षारोपण का मतलब उत्तर प्रदेश के एक-एक व्यक्ति के नाम पर एक उसके द्वारा लगाया गया पौधा अपनी मां के प्रति भी और धरती माता के प्रति हमारी कृतज्ञता को ज्ञापित करने का एक माध्यम बना है। उन्होने कहा कि याद करना हमारा वैदिक उद्घोष भी रहा है। ये धरती हमारी माता है। हम इसके पुत्र हैं। उन्होने कहा कि यह केवल जमीन का टुकड़ा नहीं, बल्कि यह आत्मीय भाव पूरी दुनिया में केवल भारत के अंदर देखने को मिलता है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमारे ऋषि मुनियों ने इस प्रकार के संस्कारों के साथ हमें जोड़ा है और धरती माता स्वस्थ है तो हम सब स्वस्थ हैं। धरती माता अगर बीमार है, तो उन्हें याद करना न केवल मानव जाति के लिए, जीव सृष्टि के लिए जीवन मरण का प्रश्न बन जाएगा। उनके लिए चेतावनी का संकट आ जाएगा और इसीलिए प्रधानमंत्री जी के प्रेरणादाई मार्गदर्शन में 8 वर्ष पहले हम लोगों ने जो संकल्प लिया था कि लगातार उससे पहले के 15-20 वर्षों में उत्तर प्रदेश के अंदर वन माफिया खनन, माफिया, पेशेवर माफियाओं के द्वारा व्यापक वन कटान, अवैध खनन के माध्यम से जो अव्यवस्था और अराजकता फैलाई गई थी, उससे वन आच्छादन लगातार कम होने जा रहा था। विकास तो नहीं हो रहा था, लेकिन वन आच्छादन भी कम होता जा रहा था। उसको बनाए रखने के लिए, जलवायु परिवर्तन की समस्या का समाधान करने के लिए अतिवृष्टि/अनावृष्टि की समस्या का समाधान करने के लिए हम लोगों ने 8 वर्ष पहले जिस अभियान को प्रारंभ किया था, अब तक 204 करोड़ पौधों के रोपण का काम उत्तर प्रदेश के अंदर विगत 8 वर्ष के अंदर संपन्न हुआ है। अब यहां केवल देश की महत्वपूर्ण संस्थाएं ही नहीं, केवल भारत सरकार ही नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय संस्थाएं भी स्वीकार कर रही है कि उत्तर प्रदेश के अंदर वन आच्छादन बढ़ा है। उन्होने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश के अंदर 2017 के पहले 9 फीसदी का मात्र वन आच्छादन रह गया था। आज ये बढ़कर के 10 फीसदी तक पहुंच चुका है और यह हर वर्ष अगर हम 35 से 36 करोड़ वृक्षारोपण के इस लक्ष्य को प्राप्त करते रहेंगे, तो कोई कारण नहीं, एक समय ऐसा आएगा, जब जितनी आबादी भारत की उत्तर प्रदेश में रह रही है, उतना वन आच्छादन हमारे पास होगा, यानी हीट वेव को ग्रीन वेव में बदलने का एक वृहद अभियान और उस बृहद अभियान का हिस्सा आप सब बन रहे हैं। यह धरती माता के प्रति भी उसकी सेहत को सुधारने के लिए भी हमारे द्वारा इस धरती माता के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का और मां की स्मृतियों को जीवंत बनाए रखने का भी एक कार्यक्रम है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मुझे याद है जब हम लोगों ने पहले दिन 2017 में वृक्षारोपण के कार्यक्रम के लिए बैठक ली। वन विभाग से जब मैंने पूछा था कितनी नर्सरी है, कुल मिलाकर के 5 करोड़ की नर्सरी भी नहीं थी। उन्होने कहा कि इस वर्ष वन विभाग के पास विभिन्न विभागों के द्वारा और निजी क्षेत्र को मिलाकर के हमारे पास 52 करोड़ की नर्सरी पौधों की है। जिसमें पीपल भी है, पाकड़ भी है, बरगद भी है, नीम भी है, आम, देसी आम भी है और विभिन्न प्रजातियों के आम भी है, जामुन भी है, अर्जुन भी है, आंवला भी है, तमाम प्रकार की औषधीय वृक्ष भी हैं और अभी तो आपने देखा होगा प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना और जीरो पावर्टी के अंतर्गत जिन 15 लाख गरीबों का चयन हुआ है, उन परिवारों के घर में अभी से सहजन का एक-एक पौधा लगाने के कार्यक्रम का भी आज शुभारंभ हुआ है। उन्होने कहा कि सहजन का मतलब प्रोटीन और विटामिन से भरपूर एक ऐसा पौधा, उसकी पत्तियां का साग भी पौष्टिक है, उसकी फली भी पौष्टिक है। अगर कुपोषित व्यक्ति भी सहजन का सूप पी ले, उसका साग खा ले एवं लंबे समय तक सेवन करेगा तो न केवल मनुष्य, बल्कि गाय को भी लोग खिलाते हैं, उससे दूध बढ़ेगा, इसलिए लोग सहजन खिलाते हैं। उन्होने कहा कि एक-एक पौधा हर घर में लगाने की व्यवस्था और उसकी नर्सरी भी वन विभाग ने तैयार की है। उन्होने कहा कि हमने 5 करोड़ से 52 करोड़ तक की इस यात्रा को आगे बढ़ाया है। यह 5 करोड़ से 52 करोड़ की यह यात्रा नर्सरी की ही नहीं है, यह उत्तर प्रदेश के विकास की भी यात्रा है। उत्तर प्रदेश का विकास इसी रूप में आगे बढ़ रहा है। उन्होने कहा कि हमारी सरकार ने जनपद आजमगढ़ में एक्सप्रेसवे, विश्वविद्यालय, संगीत महाविद्यालय एवं चारों ओर सड़कों का जाल बिछाया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ये डबल इंजन की सरकार विकास में विश्वास करती है, विभाजन में नहीं। उन्होने कहा कि आज उत्तर प्रदेश का नौजवान देश के अंदर कहीं जाएगा, देखने वाले के चेहरे पर चमक आ जाती है। उत्तर प्रदेश के नाम से चमक पैदा होती है। उन्होने कहा कि यह उत्तर प्रदेश का परसेप्शन है, क्योंकि अब उत्तर प्रदेश विकास की रफ्तार में आगे बढ़ा है और आपने देखा होगा, अभी समाज विरोधी और राष्ट्र विरोधी कार्रवाई में लिप्त तत्वों के खिलाफ कैसे कार्रवाई हो रही है। उन्होने कहा कि अराजक तत्वों के विरूद्ध सख्ती के साथ कार्यवाही की जा रही है। उन्होने कहा कि राष्ट्र विरोधी और समाज विरोधी तत्वों को भी चखनाचूर करके रहेंगे और धरती माता के स्वास्थ्य की रक्षा भी करेंगे। मां की स्मृतियों को भी जीवंत बनाएंगे। यह अभियान इसी का परिणाम है। उन्होने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री जी ने 11 वर्ष पहले इसी अभियान के क्रम में धरती माता का सेहत ठीक हो, इसके लिए उन्होंने तमाम प्रकार के अभियान चलाए। हर घर प्रत्येक घर में एक-एक शौचालय हो, स्वच्छता के माध्यम से हर परिवार को आरोग्यता के लक्ष्य तक पहुंचाने के कार्यक्रम का शुभारंभ हो या फिर हर घर को जल तक देने का, जल पहुंचाने का कार्यक्रम, हर घर में उज्ज्वला योजना का रसोई गैस फ्री में उपलब्ध करवाने का कार्यक्रम, ये कनेक्शन फ्री में लगभग 11-12 करोड़ लोगों को प्राप्त हुआ। पहले केरोसिन से, कोयले से और लकड़ी काट के लोग चूल्हा जलाकर के भोजन बनाते थे। उससे कार्बन उत्सर्जन होता था। स्वास्थ्य के प्रति भी खराब था। धरती माता के भी प्रदूषण को बढ़ाता था। उन्होने कहा कि आने वाली पीढ़ी के भविष्य को भी अंधकार की ओर धकेलता था। लेकिन मोदी जी ने रसोई गैस के कनेक्शन फ्री दिए और हम लोगों ने दीपावली और होली के लिए फ्री में सिलेंडर देने की बात करके उसको लागू भी कर दिया। उन्होने कहा कि बिना भेदभाव के सब कुछ सबको मिल रहा है। यह सिलेंडर देने का कार्यक्रम कार्बन उत्सर्जन को कम करने का ही कार्यक्रम है। प्रदूषण को कम करने का कार्यक्रम है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे और उस पर लगाए जाने वाले व्यापक वृक्षारोपण का एक कार्यक्रम यूपीडा के द्वारा उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण के माध्यम से किए जाने वाले विकास के कार्यों को एक नई गति देने का कार्यक्रम है। इसमें छायादार पेड़ भी हैं, औषधीय वृक्ष भी है, फलदार वृक्ष भी है और तमाम प्रकार के अमूल्य ऐसे पेड़ों को लगाया जा रहा है, जो इमारती लकड़ियों के भी हैं। सोदार भी हैं। उन्होने कहा कि जितने लोग इतनी भारी संख्या में यहां एकत्र हैं, आप सभी वन विभाग के पास से एक-एक पेड़ जरूर लें, और जाकर के अपने घर पर, खेत में पेड़ लगाइए। उन्होने कहा कि वर्तमान में जो किसान अपने खेत की मेड पर इमारती लकड़ी से जुड़ा हुआ कोई पेड़ लगाता है, कोई पौधारोपण करता है, अगर उसने उस पेड़ का रजिस्ट्रेशन करवाया है तो रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद उसकी 5 वर्ष तक उसको निरंतर उसकी मॉनिटरिंग होती है, 5 वर्ष तक क्रमिक रूप से अगर पेड़ बढ़ रहा है और बढ़ने के बाद अगर उसमें एक निश्चित ऊंचाई प्राप्त कर ली है तो 5 वर्ष के बाद एक पेड़ पर 5 वर्ष के लिए हर वर्ष 5 डॉलर उस परिवार को प्राप्त होता है। उन्होने कहा कि आपका पेड़ ऊंचा होगा, उसका भी लाभ आपको मिलेगा, और वो इमारती लकड़ी के रूप में कल बिकेगा तो उसका लाभ भी आपको मिलेगा। उन्होने कहा कि वैश्विक संस्थाओं ने भी इस बात को स्वीकार किया है। यह नया प्रयास है। उन्होने कहा कि 5 लाख एकड़ क्षेत्रफल में वन आच्छादन यूपी के अंदर बढ़ा है। उन्होने कहा कि आज प्रातः अयोध्या धाम में भगवान राम की पावन जन्मभूमि पर अयोध्या में व्यापक पैमाने पर वृक्षारोपण कार्यक्रम के साथ जुड़ने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होने कहा कि मुझे प्रसन्नता है आज समाज का विभिन्न तबका, धर्माचार्य हो या जनप्रतिनिधि, प्रशासन और पुलिस के अधिकारी हो या कार्मिक हो, या फिर सामान्य नागरिक हो, या अन्नदाता किसान, समाज का हर तबका इस अभियान के साथ जुड़ रहा है और इस अभियान को सफलता की नई ऊंचाई तक पहुंचा रहा है। उन्होने कहा कि मुझे बहुत अच्छा लगा कि हमने 12 घंटे का समय दिया है। 12 घंटे के अंदर 37 करोड़ वृक्षारोपण के एक नए कीर्तिमान को उत्तर प्रदेश स्थापित करेगा। उन्होने कहा कि पिछले 6 घंटे में ही हमने 22 करोड़ वृक्षारोपण के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया है। अभी 6 घंटे बाकी है। युद्ध स्तर पर एक कार्यक्रम चल रहा है।
इस अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा तमसा नदी की सफाई अभियान एवं पुनरोद्धार व वृक्षारोपण पर तैयार की गयी लघु फिल्म दिखायी गयी। लघु फिल्म को देखकर मा0 मुख्यमंत्री जी ने जिला प्रशासन आजमगढ़ को इस बात का धन्यवाद दिया कि तमसा नदी के पुनरोद्धार की बीड़ा उन्होंने उठाया है। यहां के जनप्रतिनिधियों के सहयोग से, हमारे विधान परिषद सदस्य, प्रभारी मंत्री, यहां के जन प्रतिनिधिगण, तमाम समाज के मानिंदों के माध्यम से उन्होंने इस कार्यक्रम का बेड़ा अपने हाथों में लिया है। उन्होने कहा कि तमसा नदी पौराणिक नदी है। इसका अपना पौराणिक महत्व है। यहां पर जो आश्रम है, उनका अपना पौराणिक महत्व है। उस पौराणिकता के साथ विरासत का संरक्षण करने का यह अभियान हमारा है और उस नदी के पुनद्धार के साथ-साथ वृक्षारोपण कार्यक्रम के साथ उसको जोड़ने का एक कार्यक्रम अभिनंदनीय है, सराहनीय है। इस अभियान को और गति से आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होने अपील किया कि 60 लाख पौधा अकेले आजमगढ़ जनपद आज लगा रहा है। 60 लाख अभी यहां से जाने के बाद 60 लाखवां पौधा मैं लगाने जा रहा हूं, यह दिखाता है कि ये केवल वर्तमान को संवारने का नहीं, बल्कि अपने भविष्य को बचाने का भी हमारा अभियान है और यह अभियान ऐसे ही बढ़ेगा। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश आज जिस गति से विकास के पथ पर अग्रसर हुआ है, उस गति के साथ उत्तर प्रदेश अपने पर्यावरण और वन आच्छादन को भी आगे बढ़ा के दश के अंदर एक बेहतरीन प्रदेश के रूप में आम जन की आशा और आकांक्षा के अनुरूप प्रधानमंत्री मोदी जी के विज़न कि विरासत भी है, विकास भी है, पर्यावरण का संरक्षण भी है, धरती माता के प्रति और अपनी माता के प्रति कृतज्ञता का भाव भी है, इस भाव के साथ हम इस अभियान को सफलता की नई ऊंचाई तक पहुंचाने का काम करेंगे।
मा0 मुख्यमंत्री जी ने जनपद वासियों से अपील किया कि इस कार्यक्रम में आप भी एक पेड़ मां के नाम जरूर लगाइए। उसकी सेल्फी अपलोड करिए और वन विभाग के द्वारा पुरस्कार भी प्राप्त करिए।
इससे पूर्व मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा जीरो पॉवर्टी अभियान के अन्तर्गत एक पेड़ के नाम पर अमरजीत, रिंकू देवी, सोनमती देवी, बुधिराम, अनिता देवी को सहजन का पौधा एवं नई पीढ़ी को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों में दीपक चौहान, श्वेता मौर्या, सकिना बदर, अमृता यादव एवं मोहनी राजभर को चॉकलेट व सहजन का पौधा देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर मा0 मंत्री श्रम एवं सेवायोजन तथा समन्वय/प्रभारी मंत्री अनिल राजभर राज्यमंत्री वन एवं पर्यावरण, जन्तु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन उ0प्र0 श्री कृष्णपाल मलिक, विधान परिषद सदस्य विजय बहादुर पाठक, विक्रान्त सिंह ‘रिशू’, मुख्य सचिव उ0प्र0 मनोज कुमार सिंह, प्रधान मुख्य वन संरक्षक बी प्रभाकर, मण्डलायुक्त विवेक, डीआईजी सुनिल कुमार सिंह, जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना, मुख्य विकास अधिकारी परीक्षित खटाना, अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 गम्भीर सिंह सहित समस्त संबंधित अधिकारीगण एवं जन प्रतिनिधिगण तथा भारी संख्या में आम जनमानस उपस्थित रहे।
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