Type Here to Get Search Results !

custum trend menu

Stories

    Flower:हरसिंगार पारिजात के पौधे की देखभाल कैसे करें अधिक फुल लेने के लिए क्या उपाय करें

    उत्तर प्रदेश बलिया 
    इनपुट: हिमांशु शेखर 
    बलिया उत्तरप्रदेश:---हरसिंगार, जिसे नाइट जैस्मिन या पारिजात कहा जाता है, एक ऐसा अलौकिक पुष्पवृक्ष है, जिसके नर्म सफेद–नारंगी फूल अपनी सौम्य खुशबू से वातावरण को सुरभित कर देते हैं और मन को अपार शांति प्रदान करते हैं। विशेषकर सुबह-सवेरे जब इसके फूल धरती पर बिछे दिखाई देते हैं, तो यह दृश्य किसी आध्यात्मिक अनुभव से कम नहीं होता।

    पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार, पारिजात धरती पर स्वर्ग से उतरने वाला एक दिव्य वृक्ष है, जिसे भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी का प्रिय बताया गया है। इसकी पवित्रता और सौंदर्य जितने मोहक हैं, उतनी ही इसकी परवरिश भी कोमलता और ध्यान की मांग करती है।

    इस लेख में जानिए कि पारिजात का पौधा लगाने से लेकर उसकी देखभाल तक की पूरी विधि क्या है, जिससे यह पेड़ लम्बे समय तक पुष्पित और स्वस्थ बना रहे।

    🌞 1) धूप और स्थान की समझदारी:
    • यह पौधा हल्की धूप और आंशिक छाया को पसंद करता है।
    • गमले में लगाते समय ऐसे स्थान का चयन करें जहाँ सुबह की 3-4 घंटे की कोमल धूप मिले।
    • तीखी दोपहर की धूप में इसके पत्तों को जलन हो सकती है।
    • गर्म और शुष्क हवाओं से बचाव करें।

    🌱 2) सही मिट्टी का चुनाव:
    • मिट्टी में जल निकासी अच्छी होनी चाहिए और यह थोड़ी अम्लीय प्रकृति की हो (pH 6–6.5)।
    • आदर्श मिश्रण: 1 भाग बागवानी मिट्टी + 1 भाग गोबर की खाद + 1 भाग दरदरी रेत + थोड़ा नीम खली पाउडर।
    • यह संयोजन जड़ों को पोषक तत्व और ऑक्सीजन दोनों प्रदान करता है।

    💧 3) सिंचाई का तरीका:
    • गर्मियों में जब मिट्टी सूख जाए तभी पानी दें, अधिक गीलापन नुकसानदेह हो सकता है।
    • सर्दियों में मिट्टी की ऊपरी सतह सूखने पर ही पानी दें।
    • नए पौधे में पानी सीमित मात्रा में दें और जड़ों के फैलने पर धीरे-धीरे बढ़ाएं।
    • जलभराव से बचें, इससे जड़ें गल सकती हैं।

    🍀 4) पोषण और खाद का उपयोग:
    • प्रत्येक 25–30 दिन में गोबर खाद, वर्मी कम्पोस्ट या पत्तों की जैविक खाद डालें।
    • फूल आने से 15 दिन पहले NPK 0:52:34 जैसे फॉस्फोरस और पोटाश युक्त उर्वरक दें।
    • वैकल्पिक रूप से हर 15 दिन में सीवीड या लिक्विड ह्यूमिक एसिड का हल्का छिड़काव करें।

    ✂️ 5) छंटाई और देखभाल:
    • हर साल फरवरी–मार्च में सूखी टहनियों और पुराने डंठलों को हटा दें।
    • जुलाई तक हर महीने 4–5 नोड्स वाली शाखाओं की टिपिंग करें।
    • इससे नई हरी शाखाएं फूटती हैं और फूल अधिक मात्रा में आते हैं।

    🌼 6) फूल आने का समय:
    • मुख्यत: अगस्त से दिसंबर तक पारिजात में भरपूर फूल आते हैं।
    • कुछ क्षेत्रों में मार्च–अप्रैल में भी थोड़ी मात्रा में फूल खिलते हैं।

    💡7) भरपूर फूलों के लिए ये 5 खास बातें ध्यान रखें:
    सुबह की हल्की धूप ज़रूर मिले, लेकिन तेज धूप से बचाव करें।

    मिट्टी में नमी बनी रहे पर अधिक पानी न हो।

    फूल आने से पहले फॉस्फोरस और पोटाश युक्त खाद डालें।

    समय-समय पर pruning करके नई शाखाओं को उभरने का अवसर दें।

    कीटों से सुरक्षा के लिए नीम तेल का छिड़काव करें।


    Bottom Post Ad

    Trending News