नई दिल्ली
इनपुट: सोशल मीडिया
नई दिल्ली:---भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल होकर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले 2 आरोपियों को उत्तर प्रदेश एटीएस ने गिरफ्तार किया है. एटीएस ने अमरोहा जिले के नौगांवा सादात इलाके के रहने वाले अजमल और महाराष्ट्र के ठाणे जिले के रहने वाले डॉक्टर उसामा माज शेख को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी रिवाइविंग इस्लाम नाम के वाट्सएप ग्रुप से जुड़े थे. इस ग्रुप में 3 एडमिन के अलावा 400 पाकिस्तानी भी जुड़े हैं.एक आरोपी को अमरोहा से जबकि दूसरे आरोपी को महाराष्ट्र से पकड़ा गया. दोनों आरोपी सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म के जरिए राष्ट्र विरोधी और गैर मुस्लिम धर्म के व्यक्तियों के खिलाफ कट्टरपंथी विचारधारा का प्रचार कर रहे थे।
दोनों आरोपियों ने स्वीकार किया अपना जुर्म : सोमवार को यूपी एटीएस की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि पकड़े गया आरोपी अजमल अली पुत्र असगर खान रिवाइविंग इस्लाम नाम से वाट्सएप ग्रुप चला रहा है. एटीएस ने बताया कि पूछताछ के लिए दोनों आरोपियों को मुख्यालय पर बुलाया गया था.पूछताछ के दौरान दोनों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।
ऐप पर होती थी भारत विरोधी बातें : अजमल ने एटीएस को बताया कि वह रिवाइविंग इस्लाम ग्रुप चलाता है. इसके जरिए वह कई पाकिस्तानियों के संपर्क में था. वह महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बादलपुर पश्चिम इलाके के बदलापुर गांव के रहने वाले डॉक्टर उसामा माज शेख पुत्र माज शेख से उसकी इंस्टाग्राम आईडी से जुड़ा था. अजमल ने पूछताछ में बताया कि वह उसामा को अपना सीनियर मेंटोर (उपदेशक) मानता है. डॉक्टर उसामा उसे इंस्टाग्राम व सिग्नल ऐप के माध्यम से भारत विरोधी बातें करता था. दोनों भारत में चुनी गई सरकार को गिराकर शरिया कानून लागू करने की बात कहते थे।
हिंसात्मक जिहाद करना चाहते थे, मुस्लिम युवकों को भड़काते थे : एटीएस ने 1 अगस्त को लखनऊ में मामला दर्ज किया था. इसके बाद आरोपी अजमल को गिरफ्तार कर उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है. इसी क्रम में 4 अगस्त को उसामा माज शेख को भी महाराष्ट्र में उसके गांव से गिरफ्तार किया गया. ये दोनों हिंसात्मक जिहाद के माध्यम से भारत में गजवा-ए-हिंद करके शरिया कानून लागू करना चाहते थे. ये दोनों आरोपी मुस्लिम युवकों को गैर मुस्लिम युवकों के प्रति भड़का रहे थे. उन्हें भारत के खिलाफ आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रेरित करते थे।