उत्तर प्रदेश बलिया
इनपुट:धीरज यादव
दुबहर, बलिया:--भारत के आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों के खिलाफ जो चिंगारी मंगल पांडेय ने जलाई, उसी चिंगारी की बदौलत अंग्रेजों का समूचा साम्राज्य जलकर नष्ट हो गया। उक्त बातें उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री अजय राय ने बृहस्पतिवार की देर शाम मंगल पांडेय के पैतृक गांव नगवा में आयोजित एक समारोह में कहीं। इसके पूर्व उन्होंने शहीद मंगल पांडेय स्मारक परिसर स्थित मंगल पांडेय की आदमकद प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद शहीद मंगल पांडेय के प्रपौत्र रघुनाथ पांडेय को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि देश के इतने बड़े क्रांतिकारी और महान योद्धा के जन्मभूमि पर आना मेरे लिए किसी सौभाग्य से कम नहीं है। आज भले ही देश और प्रदेश की सरकारें अन्य महापुरुषों के स्मारकों एवं मूर्तियों को विश्व स्तरीय पहचान देने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। ऐसे में सबसे पहले मंगल पांडेय के स्मारक एवं उनके पैतृक गांव को भी विश्व स्तरीय पहचान दिलाने की दिशा में ठोस एवं सार्थक कदम बढ़ाए जाने चाहिए। ताकि वर्तमान एवं आने वाली पीढ़ी भी मंगल पांडेय के बलिदान से प्रेरणा ले सकें । कहा कि विकास और कानून व्यवस्था को ठीक करने का दावा करने वाली डबल इंजन की सरकार हर मोर्चे पर फेल है। वर्तमान सरकार में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। इन लोगों के सरकार में भ्रष्टाचार और बढ़ गया है, जिससे आम जनमानस भयभीत होने के साथ ही परेशान और लाचार है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से संगठन को मजबूत करने और जनता के मुद्दों पर संघर्ष करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के आयोजक शहीद मंगल पांडेय स्मारक सोसाइटी के मंत्री एवं कांग्रेस पार्टी के नगर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी ओमप्रकाश तिवारी ने अजय राय को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र से सम्मानित करते हुए कहा कि- देश और प्रदेश की खुशहाली कांग्रेस के ही राज्य में संभव है। इस मौके पर अजय राय को पूर्व सैनिकों सहित जिले भर से आए कांग्रेस कमेटी के अनेक नेताओं ने क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं के साथ फूल मालाओं के साथ उनका अभिनंदन एवं स्वागत किया।
इस मौके पर राघवेंद्र सिंह, सच्चिदानंद तिवारी, अरुणेश पाठक, अंगद सिंह, हरिशंकर पाठक, रमन पाठक, रामकृष्ण तिवारी, रघुनाथ पांडेय, नीरज सिंह, राधाकृष्ण पाठक, रमेश पांडेय, दिलीप सिंह, शशिकांत मिश्रा, विनोद पाठक, संजीव श्रीवास्तव, गोविंद सिंह, जयराम पाठक, सरल पासवान, मुन्ना राम आदि लोग मौजूद रहे।