उत्तर प्रदेश बलिया
इनपुट:धीरज यादव
दुबहर, बलिया :-- क्षेत्र के नगवा गांव स्थित आदिदेव बाबा मंदिर के निकट महाराजी की ठाकुरबाड़ी में पांच दिवसीय श्री राधा माधव सम्प्रोक्षण महा महोत्सव के निमित्त गाजे-बाजे एवं सैकड़ों मोटर साइकिल,चार पहिया वाहनों के साथ मनोहारी कलश शोभा यात्रा राधा माधव मंदिर से सोमवार की सुबह निकाली गई। जो पूरे गांव का भ्रमण करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग बुल्लापुर, बैजनाथ छपरा, दादा के छपरा, अखार, शिवपुर दीयर नई बस्ती बेयासी, जनाड़ी होते हुए गंगा घाट पर पहुंची, जहां जनेश्वर मिश्र सेतु के निकट त्रिदण्डी स्वामी घाट पर वैदिक मंत्रोचार के बीच गंगा पूजन के बाद कलश में गंगा जल भरा गया।
डीसीएम गाड़ी में बैठकर कीर्तन के कलाकारों ने भिन्न-भिन्न धुनों में हरि कीर्तन करते हुए शोभा यात्रा में शामिल हुए, जो लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। गंगा घाट से कलश लेकर पूरे गांव का भ्रमण करते हुए श्रद्धालु महाराज जी की ठाकुरबारी पहुंचे जहां पूजन स्थल पर कलश रखा गया। कलश शोभा यात्रा के दौरान जय श्रीराम, जय राधा माधव के जयघोष से पूरा इलाका गुंजायमान हो उठा। इस मौके पर यज्ञाचार्य श्रोतिय पीठाधीश्वर आचार्य धनंजय कृष्ण जी ने कहा कि ऐसे धार्मिक आयोजनों से जन मानस में संस्कार एवं संस्कृति का प्रादुर्भाव होता है।
कलश शोभा यात्रा में आयोजक पं0 अश्विनी कुमार उपाध्याय, जवाहरलाल पाठक, डॉ0 बृकेश कुमार पाठक, ब्रह्माशंकर पांडेय, भरत पाठक, पूर्व प्रधान मुन्ना पाठक, प्रताप पाठक खन्नू, परमात्मानंद पांडेय, विश्वनाथ पाठक, धनंजय उपाध्याय, अवनीश उपाध्याय, डॉ0 राजेंद्र प्रसाद, राधाकृष्ण पाठक, अजीत पाठक बब्लू, जनार्दन चौबे, काशीनाथ यादव, रमन पाठक, शत्रुघ्न पाठक, हीरालाल यादव, सुनील पाठक खन्नू, संजय पांडेय, राधेश्याम पाठक, सत्यनारायण पाठक, आनंद पांडेय, धनन पाठक, विसुनदेव चौधरी, नंदलाल पाठक, हरिशंकर पाठक, ओमप्रकाश पाठक, संजीव ठाकुर, अनिल पाठक, बच्चा खरवार, मंटू पाठक, केदार पाठक, मोहनलाल पाठक, भुवर बाबा, रमेश पांडेय सहित क्षेत्र के सैकड़ों लोग शामिल रहे।
ज्ञात हो कि आज कलश शोभा यात्रा एवं गंगा पूजन के बाद कल मंगलवार को प्रातः वेदी पूजन, राधा माधव का स्नपन कार्य, बुधवार को राधा माधव भगवान का यज्ञाचार्य द्वारा न्याश, सृष्टि न्याश, गुरुवार को भगवान का श्रृंगार पूजन, शुक्रवार को श्रीमद् भागवत महापुराण परायण का विश्राम, हवन और पूर्णाहुति (ध्वजारोहण) एवं शनिवार को ब्राह्मण भोजन एवं आचार्य की विदाई पूजन के साथ कार्यक्रम का समापन होगा।