हरिद्वार रूद्रप्रयाग
इनपुट:सोशल मीडिया
हरिद्वार रूद्रप्रयाग :---रुद्रप्रयाग में हुए दर्दनाक बस हादसे ने एक मासूम की पूरी दुनिया उजाड़ दी। कल चारधाम यात्रा पर मध्यप्रदेश से आया 10 साल का पार्थ, अपने माँ-बाप को इस हादसे में हमेशा के लिए खो बैठा। उसकी फटी आवाज में बार-बार एक ही सवाल था...
“हे बद्री विशाल, ये तूने क्या किया?
क्या गलत किया था मेरे मम्मी-पापा ने?”
वह भगवान बद्रीनाथ से जवाब माँग रहा था, उसकी चीखें घाटी में गूंज रही थीं।
लोगों की आँखों से आँसू रुक नहीं रहे थे।
एक छोटा बच्चा, जो कल तक मम्मी की ऊँगली पकड़ कर यात्रा कर रहा था, आज अकेला रह गया।
वो किसी और राज्य का था, मगर उसका दर्द हर माँ-बाप और हर इंसान का दर्द बन गया।
सुनकर दिल काँप उठता है कि चारधाम के इस सफर में उसने अपने माँ-बाप की लाशें देख लीं और हाथ जोड़कर पहाड़ों से कहता रहा:
“हे बद्री विशाल, ये तूने क्या किया…”
दूर प्रदेश में जब कोई बच्चा अपने माँ-बाप खो देता है, तो उसका बचपन भी उसी दिन मर जाता है।
रुद्रप्रयाग की पहाड़ियाँ आज भी उस मासूम की चीखें सुन रही हैं…