उत्तर प्रदेश बलिया
इनपुट: हिमांशु शेखर
सुखपुरा, बलिया:--- आज पूरा देश 'हॉकी के जादूगर' मेजर ध्यानचंद की 120वीं जयंती मना रहा है। 29 अगस्त 1905 को इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में जन्मे ध्यानचंद की जयंती पर हर साल देश में 29 अगस्त को खेल दिवस मनाया जाता है। इसी क्रम में आज ए. एस. एम. कॉन्वेंट स्कूल,सुखपुरा में मेजर ध्यानचंद की जयंती खेल दिवस के रूप में मनाया गया ।
इस अवसर पर विद्यालय के छात्र/ छात्राओं ने अंग्रेजी, हिन्दी एवं संस्कृत में मेजर ध्यानचंद के जीवन, खेल और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। कक्षा दसवीं के छात्र श्रेयांश चौबे ने अंग्रेजी में, कक्षा नवीं की छात्रा साक्षी ने हिन्दी में तथा कक्षा आठवीं की छात्रा साहिस्ता ने संस्कृत में भाषण दे कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिए। कक्षा दसवीं के छात्र मयंक प्रजापति के द्वारा मेजर ध्यान चंद का बहुत ही सुन्दर चित्र बनाया गया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य अजीत कुमार पाण्डेय ने कहा कि मेजर ध्यानचंद का हॉकी के प्रति समर्पण, प्रेम और जज्बा ही था, जो उनके बाद कोई दूसरा खिलाड़ी देशवासियों के दिल में वह जगह नहीं बना पाया, जो हॉकी के जादूगर की है। खेल प्रेमी ही नहीं हर भारतीय के मन में मेजर ध्यानचंद के प्रति अगाध श्रद्धा और प्रेम है। हर कोई उनकी शख्सियत का कायल था। मेजर ध्यानचंद हॉकी में भारत को पहचान दिलाने वाले दिग्गज खिलाड़ी, जिनका नाम देश के बच्चे-बच्चे की जुबां पर आज भी रहता हैं।
इस अवसर पर अरविन्द श्रीवास्तव, प्रकाश कुमार सिंह, रोहित कुमार सिंह, पवन कुमार सिंह, टी. के. सिंह, एस. पी. एन. तिवारी, प्रीती तिवारी, ममता यादव, अमित पाण्डेय, पंकज कुमार सिंह, तौहीद, निर्भय कुमार पाण्डेय, इंद्रभूषण पाण्डेय, छात्र/छात्राओं एवं शिक्षक/शिक्षिकाओं सहित अन्य कर्मचारी गण उपस्थित रहे ।