उत्तर प्रदेश बलिया
इनपुट: हिमांशु शेखर
बलिया उत्तरप्रदेश:--श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व हर वर्ष देशभर में बड़े हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। यह दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की स्मृति में विशेष रूप से मनाया जाता है, जब भक्तगण व्रत रखते हैं, झांकियां सजाते हैं, मंदिरों में भजन-कीर्तन होते हैं और रात्रि 12 बजे श्रीकृष्ण जन्म की पूजा कर उनका स्वागत किया जाता है। हर कोना भक्ति और प्रेम के रंग में रंग जाता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जन्माष्टमी से पहले कुछ खास और पवित्र चीजों को घर लाना बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा करने से न केवल भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त होती है, बल्कि घर में सुख, शांति और समृद्धि का वास भी होता है। यदि आप भी इस बार जन्माष्टमी को खास और शुभ बनाना चाहते हैं, तो इन वस्तुओं को पहले से घर लाकर तैयारियां शुरू कर सकते हैं। आइए जानते हैं वे कौन-कौन सी चीजें हैं।
लड्डू गोपाल की बाल स्वरूप मूर्ति :
भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल की एक सुंदर मूर्ति को जन्माष्टमी से पहले घर लाना बहुत शुभ माना जाता है। इसे घर के मंदिर में स्थापित कर अगर विधि-विधान से पूजा की जाए, तो घर में सुख, शांति और सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
बांसुरी :
कृष्ण भगवान की पहचान उनकी प्रिय बांसुरी से भी होती है। जन्माष्टमी से पहले एक सुंदर बांसुरी घर लाकर पूजा स्थान पर रखना अत्यंत शुभ माना गया है। इससे न केवल मन को शांति मिलती है बल्कि घर में भी सकारात्मकता और मधुरता बनी रहती है। चांदी या पीतल की बांसुरी विशेष शुभ मानी जाती है।
मोर पंख :
मोर पंख श्रीकृष्ण के मुकुट का हिस्सा होता है और उन्हें अत्यंत प्रिय है। इसे घर में लाकर पूजा स्थल या मुख्य द्वार पर लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर का वास्तु दोष भी समाप्त होता है।
गाय और बछड़े की मूर्ति :
कृष्ण जी का गहरा संबंध गायों से रहा है। जन्माष्टमी के अवसर पर गाय और बछड़े की मूर्ति लाना शुभ संकेत माना जाता है। इसे घर में रखने से समृद्धि आती है और संतान सुख की प्राप्ति का मार्ग खुलता है। धातु की मूर्ति को पूजा स्थान पर रखना श्रेष्ठ होता है।
माखन-मिश्री:
माखन और मिश्री श्रीकृष्ण को अत्यंत प्रिय हैं। जन्माष्टमी से पहले इन्हें घर में लाकर भोग की तैयारी करनी चाहिए। यह प्रेम, मिठास और भक्ति का प्रतीक माना जाता है। पूजा में इसका उपयोग करने से भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
वैजयंती माला :
वैजयंती माला भगवान कृष्ण के गले का एक अहम आभूषण मानी जाती है। इसे घर लाकर कान्हा जी को पहनाने से धन और समृद्धि की वृद्धि होती है। ऐसी मान्यता है कि इसे धारण करने या पूजा में उपयोग करने से विशेष पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
पीले वस्त्र :
भगवान श्रीकृष्ण को पीला रंग अत्यंत प्रिय है। जन्माष्टमी से पहले घर में पीले वस्त्र जैसे कि पर्दे, चादरें या पूजा की पोशाक लाना शुभ माना जाता है। इससे मां लक्ष्मी की कृपा भी बनी रहती है और घर में आर्थिक समृद्धि आती है।
तुलसी का पौधा :
तुलसी बिना श्रीकृष्ण की पूजा अधूरी मानी जाती है। इस पर्व से पहले तुलसी का नया पौधा लगाना या पुराने पौधे की सेवा करना पुण्यदायी होता है। तुलसी की पत्तियों के बिना श्रीकृष्ण को भोग भी नहीं लगाया जाता।
शंख: शंख की ध्वनि नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने वाली मानी जाती है। जन्माष्टमी से पहले घर में शंख लाकर पूजा स्थल पर स्थापित करें और नियमित रूप से उसका उपयोग करें। इससे घर का वातावरण पवित्र और ऊर्जावान बना रहता है।