उत्तर प्रदेश उन्नाव
इनपुट:सोशल मीडिया
उन्नाव,:---थाना गंगाघाट क्षेत्र के ग्राम गगनीखेड़ा में 31 अगस्त की रात एक खौ़फनाक गोलीबारी ने गांव को दहला दिया। पुरानी रंजिश के चलते दो पक्षों के बीच हुई फायरिंग में 10 वर्षीय मासूम अजीत पुत्र सोनू निषाद की गोली लगने से दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना अब पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गई है, क्योंकि इसकी वजह एक ऐसा विवाद था जो पहले भी पुलिस के ध्यान में आ चुका था, लेकिन प्रशासन की ढीली कार्यवाही ने इसे और बढ़ा दिया।
गोलियों की गूंज और मौत का मंजर
रविवार रात को गगनीखेड़ा गांव में एक युवक और युवती के बीच छेड़छाड़ के आरोपों को लेकर विवाद और बढ़ गया। मामला इतना बढ़ा कि आरोपी युवक अपने साथियों के साथ नशे की हालत में युवती के घर पहुंचा और गाली-गलौज करते हुए ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इस गोलीबारी में मासूम अजीत यादव को गोली लग गई, जो तुरंत अपनी जान से हाथ धो बैठा।
आसपास के लोग बताते हैं कि पुलिस को इस छेड़छाड़ के विवाद के बारे में पहले ही जानकारी दी जा चुकी थी, लेकिन जब तक कार्रवाई होती, तब तक यह मामला खूनी संघर्ष में बदल चुका था।
पुलिस का एक्शन और मुठभेड़
घटना के बाद पुलिस ने नामजद आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। 1 सितंबर को गंगाघाट पुलिस को सूचना मिली कि घटना का मुख्य आरोपी अशोक निषाद लखापुर पंचायत भवन के पास छिपा हुआ है। जैसे ही पुलिस और एसओजी की टीम ने उसे घेरने की कोशिश की, आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। आत्मरक्षा में पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की, जिसमें अशोक निषाद के पैर में गोली लग गई और वह घायल हो गया। पुलिस ने मौके से 315 बोर का तमंचा, एक जिंदा कारतूस और एक चैम्बर में फंसा हुआ कारतूस बरामद किया।
आरोपी को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया, जबकि पुलिस अब भी अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है। पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर ने स्पष्ट किया है कि किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस पर सवालिया निशान
घटना के बाद गांव में गुस्सा और आक्रोश फैल गया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि यदि पुलिस पहले कार्रवाई करती, तो इस हादसे से बचा जा सकता था। एक ग्रामीण ने बताया, "अगर छेड़छाड़ का मामला समय पर निपटाया गया होता, तो आज एक मासूम की जान नहीं जाती।"
कोतवाली प्रभारी प्रमोद कुमार मिश्र और एसपी दीपक भूकर ने घटनास्थल का दौरा किया और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है। फिलहाल, पूरे गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है और पुलिस ने स्थिति पर काबू पाने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है।
पुलिस की कड़ी चेतावनी
एसपी दीपक भूकर ने स्पष्ट किया कि उन्नाव जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन हरसंभव कदम उठाएगा। उन्होंने कहा, "यह घटना हमारे लिए एक चेतावनी है। हम किसी भी अपराधी को बख्शने वाले नहीं हैं। शांति और कानून व्यवस्था के खिलाफ उठने वाली हर आवाज को कुचला जाएगा।"
ग्राम गगनीखेड़ा में घटनाक्रम के बाद का माहौल न सिर्फ वहां के निवासियों के लिए, बल्कि पूरे जिले के लिए एक बड़े सवाल का रूप ले चुका है: क्या पुलिस अपनी जिम्मेदारियों को सही तरीके से निभा पा रही है?
यह थी उन्नाव के गगनीखेड़ा गाँव की दिल दहला देने वाली घटना। इस हत्याकांड के पीछे की कहानी तो काफी दिलचस्प और घटनाओं से भरी हुई है, और आगे देखने के लिए बहुत कुछ है।