उत्तर प्रदेश बलिया
इनपुट: हिमांशु शेखर
बलिया :--गाँव-देहात में साहित्य-संगीत का अलख जगाने के लिए बलिया के मिश्रवलिया, मैरीटार चौराहा के पास रविवार की रात एक फोक फेस्टिवल (लोक उत्सव) का आयोजन किया गया, जिसमें देश के कोने-कोने से कलाकारों, साहित्यकारों ने शिरकत किया।मुख्य अतिथि पंडित राम प्रकाश मिश्र, विशिष्ट अतिथि राज्य महिला आयोग की सदस्य सुनीता श्रीवास्तव व विशिष्ट अतिथि अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त साहित्यकार मनोज भावुक ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया।
कार्यक्रम तीन सत्रों में बँटा था- सम्मान समारोह, साहित्यिक सत्र और सांस्कृतिक सत्र। साहित्यिक सत्र में पवन अर्पित, हृदयानंद विशाल और मनोज भावुक का सम्मोहक काव्य-पाठ हुआ। संचालन मुक्तेश्वर परासर ने किया। सांस्कृतिक सत्र में रिंकी पांडेय, शिखा गुप्ता, शाम्भवी उपाध्याय, वैष्णवी राय, रानी वर्मा, आशीष दुबे और पलक ने लोकगीतों की शानदार प्रस्तुति कर सबका मन मोह लिया। हरी सूरदास ने तो मनोज भावुक के गीत- तोर बउरहवा रे माई.. की अद्भुत प्रस्तुति से सबको रूला दिया। आयोजक लोक गायक शैलेन्द्र मिश्र ने सभी अतिथियों एवं कलाकारों को अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया। श्री मिश्र ने अगले वर्ष से दो दिवसीय आयोजन करने की घोषणा की। कार्यक्रम का समापन हुड़का नृत्य से हुआ। शांति एवं सुरक्षा के मद्देनजर कार्यक्रम में जगह-जगह पुलिस तैनात रही। प्रशासन का सहयोग सराहनीय रहा।
कार्यक्रम को सफल बनाने में चंदन शुक्ला, अमित मिश्र, रवि मिश्र, प्रियदर्शिनी, जिया पटेल, रितेश कुमार, आयुष राय, पवन यादव, अंजनी यादव, धीरज यादव, सत्येंद्र पांडेय, मुकेश चंचल, आशुतोष यादव, जागेश्वर मितवा, कृष्णा यादव मिठू, आनंद चौहान आदि लोग मौजूद रहे।